25 अक्टूबर 2015
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देश हित सर्वोपरि ही मेरी विचारधारा है, भारत ही मेरी जात मेरा मज़हब और मेरी पहचान है | D
बिल्कुल कड़वा सच बयां किया है आपने वर्तिका जी
26 अक्टूबर 2015
बेटों, बहुओं और पुत्र, पुत्रिओं का सभी का नैतिक दायित्व है की वो अपने बड़े-बुजुर्गों का ख्याल रखें । क्योंकि यही वो संस्कार हैं जिसे आपकी भावी पीढियां भी अपने में साकार करेंगी । तिवारी जी अच्छे प्रसंग के लिए आपको शब्दनगरी की ओर से धन्यवाद |
26 अक्टूबर 2015
सहमत ॥
26 अक्टूबर 2015