वन्दे मातरम का हिंदी मीनिंग -
वन्दे मातरम का हिंदी में क्या अर्थ है - जैसे हर देश का एक गीत होता है , उसी तरह हमारे देश का भी राष्ट्रीय गीत " वन्दे मातरम " है |
जिसको हमारे देश में बहुत महत्व दिया जाता है ,यह एक ऐसा गीत है जो लोगो में राष्ट्र प्रेम की भावना को जगाता है | यह गीत बंकिम चंद्र चटर्जी ने लिखा था , इस गीत को बंकिम चंद्र चटर्जी के उपन्यास आनंदमठ से लिया गया है | वन्दे मातरम को 1882 में प्रकाशित किया गया था | उसके बाद 1950 में स्वतंत्रता मिलने के बाद इसे संविधान सभा में राष्ट्रीय गीत के तौर पर स्वीकार कर लिया गया |आज़ादी के पहले और आज़ादी के बाद भी वन्दे मातरम गीत ने सभी को एक जुट करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है , इसलिए हमें वन्दे मातरम का हिंदी मीनिंग पता होना चाहिए , तो चलिए जानते हैं , वन्दे मातरम का अर्थ -
सन्तकोटिकंठ-कलकल-निनादकराले
द्विसप्तकोटि भुजैर्धृतखरकरबाले
अबला केनो माँ एतो बले।
बहुबलधारिणीं नमामि तारिणीं
रिपुदल वारिणीं मातरम्!
तुमि विद्या तुमि धर्म
तुमि हरि तुमि कर्म
त्वम् हि प्राणाः शरीरे।
बाहुते तुमि मा शक्ति
हृदये तुमि मा भक्ति
तोमारइ प्रतिमा गड़ि मंदिरें-मंदिरे।
त्वं हि दूर्गा दशप्रहरणधारिणी
कमला कमल-दल विहारिणी
वाणी विद्यादायिनी नवामि त्वां
नवामि कमलाम् अमलां अतुलाम्
सुजलां सुफलां मातरम्!
वन्दे मातरम्!
श्यामलां सरलां सुस्मितां भूषिताम
धमरणीं भरणीम् मातरम्।
1.
हे माँ मैं तेरी वन्दना करता हूँ
तेरे अच्छे पानी, अच्छे फलों,
सुगन्धित, शुष्क, उत्तरी समीर (हवा)
हरे-भरे खेतों वाली मेरी माँ।
2.
सुन्दर चाँदनी से प्रकाशित रात वाली,
खिले हुए फूलों और घने वृ़क्षों वाली,
सुमधुर भाषा वाली,
सुख देने वाली वरदायिनी मेरी माँ।
3.
तीस करोड़ कण्ठों की जोशीली
आवाज़ें,
साठ करोड़ भुजाओं में तलवारों को
धारण किये हुए
क्या इतनी शक्ति के बाद भी,
हे माँ तू निर्बल है,
तू ही हमारी भुजाओं की शक्ति है,
मैं तेरी पद-वन्दना करता हूँ मेरी माँ।
4.
तू ही मेरा ज्ञान, तू ही मेरा धर्म है,
तू ही मेरा अन्तर्मन, तू ही मेरा लक्ष्य,
तू ही मेरे शरीर का प्राण,
तू ही भुजाओं की शक्ति है,
मन के भीतर तेरा ही सत्य है,
तेरी ही मन मोहिनी मूर्ति
एक-एक मन्दिर में,
5.
तू ही दुर्गा दश सशस्त्र भुजाओं वाली,
तू ही कमला है, कमल के फूलों की बहार,
तू ही ज्ञान गंगा है, परिपूर्ण करने वाली,
मैं तेरा दास हूँ, दासों का भी दास,
दासों के दास का भी दास,
अच्छे पानी अच्छे फलों वाली मेरी माँ,
मैं तेरी वन्दना करता हूँ।
6.
लहलहाते खेतों वाली, पवित्र, मोहिनी,
सुशोभित, शक्तिशालिनी, अजर-अमर
मैं तेरी वन्दना करता हूँ।
वन्दे मातरम को लता मंगेशकर ने 1952 में गाया था |
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