19 जुलाई 2018
बीत गयी जो बातें बीती बीत ही उसको जाने दोनयी सदी के नूतन कल के गीत नये गुनगुनाने दो। नये प्रकाश का नया उजाला नयी हमारी आशाएँ भरना हैं हमे सब मुट्ठी मेंकुछ भी बाकी न रह पाये।तस्वीर नयी सुनहरे पल की पहचान नयी बनाने