आज मैं किसी परिकल्पना में खोया हुआ था | मेरा आगे का भविष्य कैसा होगा | भविष्य में मैं क्या करूँगा, कौनसा कार्य मेरे लिए उचित रहेगा | कुछ सालों पहले किस तरह से रहता था | आप भी कभी किसी कल्पना में खोये होंगे| अगर अभी आप को पता चल जाए कि आपका भविष्य कैसा होगा | तभी एक दम से ख्याल आया की अगर मैं नारदमुनि जी की तरह होता तो कितना अच्छा होता | जब मन करता ब्रम्हलोक में भगवान विष्णु के पास तो कभी पृथ्वी पर भ्रमण करता | यह सब मेरे मस्तिष्क की कौरी कल्पना थी |
अगर यह कल्पना हकीकत में बदल जाये तो कितना अच्छा हो | मैं भौतिक रूप से भुत और भविष्य को देख सकता | बस इसे ही समय यात्रा कहते हैं | वैज्ञानिक मतनुसार किसी की भी आवाज हमेशा ब्रह्मांड में हमेशा गूंजती रहती है | इसका मतलब की महाभारत के कृष्ण, अर्जुन, कर्ण की आवाज को आज भी सुना जा सकता है | आज कल वैज्ञानिकों में यह खोज का विषय बना हुआ है |
इस तरह की आवाज को सुनने के लिए ब्रम्हांड में जाने की आवश्यकता पड़ेगी | ब्रम्हांड की यात्रा के लिये एक टाइम मशीन कीआवश्यकता होगी | जिस में बैठ कर ब्रम्हांड की यात्रा पर निकला जा सकता है | जैसे की हॉलीवुड फिल्मों में देखा जा सकता है |
कोई व्यक्ति को ब्रम्हांड पर एक साल व्यतीत कर पृथ्वी पर लौटे तो उसे समय में काफी अंतर देखने को मिलेगा | ब्रम्हांड में उसके हिसाब से उसे एक वर्ष लगा होगा | लेकिन पृथ्वी पर तब तक एक युग बीत चुका होगा | पूर्व में घटित किसी घटना को अगर दोबारा देखना चाहते हैं | इसके के लिए ब्रम्हांड में इस घटना से तेज गति से आगे निकल कर पीछे मुड़ कर देखना होगा | इस तरह से भविष्य में होने वाली घटना के बारे में भी जाना जा सकता है
वेद पुराणों में इस तरह के वर्णन जरूर सुनने को मिलेंगे | वैज्ञानिक भी अब वेद पुराणों की बातों को हकीकत में बदलने के लिए इस तरह के अविष्कार के लिए लगे हुवे हैं | लेकिन अभी यह कोरी कल्पना ही लगती है|