लोगे को जब भी मन में शांति चाहिए मन को खुश करना हो सभी लोग म्युजिक संगीत ही क्यों की चुनते हैं। क्योंकि संगीत के सुर में वो पावर है इतनी शक्ति है कि लोग संगीत सुनने में अपने बाकी बाते भूल जाते हैं और बस उन्हें गीत की बोल या शब्द या लय सुर ही याद आती है। प्राकृतिक चीजें जितनी भी है चाहे पहाड़ पर घूमने जाये, झील झरने नदी तालाब, या समुद्र देखने जाये ये सभी प्राकृतिक रूप में है। संगीत चाहे छोटा बच्चा हो, जवान हो या कोई बूढ़ा हो सबको पसंद होता है कोई गा पाये या नहीं ये अलग बात है, भजन सुने, गजल सुने या गाना सुने सबमें संगीत के 7 सुर ही बजते हैं, इन सुरों की लय धुन में लोगों के मन को बहलाने की बहुत गुण है पावर है। हरेक हॉस्पिटल में आजकल मरीज और काम करने वाले लोगों के सेहत को ठीक रखने के लिए हल्की संगीत धुन बजती रहती है जिससे किसी का मन दुखी ना हो वो खुश होकर इलाज करे और कराये।
कोई इंसान अगर बीमार है तो उसे संगीत जरूर सुनना चाहिए जिससे मन खुश रहे और बीजी रहे खाली दिमाग फालतू बेकार की बाते या शक करते हैं कि पता नही क्या होगा।
कहते हैं कि अगर गाय को भी संगीत सुनाये तो वो भी ज्यादा दूध देती है। पेड़ को बगीचे में पेड़ों पौधों को संगीत सुनाने से ज्यादा फल लगते हैं यानी सिर्फ इंसान ही नहीं पेड़ पौधे जानवर सबको संगीत पसंद होते हैं म्युजिक सुनकर उनका भी मन खुश हो जाता है। इसलिए खाली समय में संगीत सुनिये गाइये ये सभी के लिए अच्छा है दिमाग को स्वस्थ रहने में मदद करता है।