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इंसान अगर थोड़ा सा अनुशासित होकर काम करे तो उसके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं है करना या जीवन में सक्सेस होना । जितने लोग भी इस दुनिया में सफल हुए हैं वो कोई अलग नहीं है, हम सब के जैसे ही साधारण व्यक्ति हो
रविंद्रनाथ नाथ हमारे देश के ऐसे अनोखे हीरे थे जिनका नाम देश के हरेक लोग जानते हैं, देश ही नहीं विदेशो में भी उनकी रचना को लोग पढ़ते हैं। पसंद करते हैं। इनकी प्रतिभा से लोग प्रभावित होकर इन्हें गुरुदेव
बुद्ध एक राजा के पुत्र थे, उनके जीवन में सुख सुविधा भरी हुई थी। जब उन्होंने अपने राज्य में देखा कि कोई बुढा बीमार हो गया, कोई चलने में लाचार अनेकों परेशानी से लोग गुजर रहे हैं तब उन्हें ये सब देख कर ब
शिवाजी महाराज एक सच्चे मराठा गुरु थे। इनकी माँ जीजा बाई और पिता शाह जी थे, जो मुगलो के साथ काम करते थे। इनका जन्म 19 फरवरी 1627 को हुआ। वो अपनी माँ के ज्यादा करीब थे। उनकी माँ हमेशा शिवाजी को रामायण ग
हमारा भारत देश वीरों का देश है। जब भी कोई दूसरा देश हमारे उपर बुरी नजर करता है तो पूरा देश मिलकर उसका सामना करता है और हिम्मत से जीतता है। हमने आसानी से आजादी नहीं पायी, हमारे देश के वीरों ने अंग्रेजो
उत्तराखंड भारत के उत्तर दिशा में स्थित है। इसका ज्यादा हिस्सा पहाड़ों का है। पहाड़ी लोग बहुत सीधे और मिलनसार होते हैं। उत्तराखंड को देव भूमि भी कहते हैं क्योकि यहाँ बहुत से तीर्थ स्थल हैं। यहाँ बहुत स
राजस्थान को वीरों की धरती कहते हैं। इस राज्य का हरेक शहर ऐतिहासिक है। चाहे जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर, बीकानेर, अजमेर या जोधपुर हो, सब शहर की अपनी वीर सपूतों की कहानी है। यहाँ के वीर योद्धा , महाराजा उदय
इंसान जब अपने को मजबूर लाचार समझता है तभी उसे मानसिक परेशनियाँ होती हैं उसे कोई दूसरा रास्ता दिखता ही नहीं है या जो रास्ता दिखता है वो उसे बेकार लगता है। ये इंसान की आदत होती है कि जो मिलता है उसकी कद
शिक्षक शिक्षा और शिक्षण संस्थान के योगदान से मनुष्य शिक्षित योग्य बनता है l शिक्षण संस्थान के अच्छे गुरु शिक्षक का कितना महत्व है लोगों के जीवन में यह बात केवल वही इंसान बता सकता है जिसने स्कूल कॉलेज
विनोवा भावे का पूरा नाम विनायक राव भावे था । इनका जन्म 11 सितंबर 1895 को कोलाबा जिला महाराष्ट्र में हुआ था । इनके पिता नरहरि शंभु राव और माता रुक्मिणी देवी थी । वो एक समाज सुधारक थे। उन्होंने स्वतंत
हरेक इंसान को इस धरती पर माँ ही लाती है। ऐसे तो जिंदगी में माता पिता और गुरु का स्थान सबसे बड़ा होता है और सबसे जरूरी भी महत्वपूर्ण होता है। किसी भी बच्चे को अगर अच्छी माँ मिल जाय जो सही तरीके से अप
खुशी हरेक इंसान के दिल में है। इसे महसूस करने की समझ होनी चाहिये। आप जहाँ भी रहे अच्छी सोच के साथ पॉजिटिव सोच के साथ रहे। आप अपने आप किसी भी बात का जो मतलब चाहे निकाले आप को वैसा ही अनुभव होने लगेगा,
लोगे को जब भी मन में शांति चाहिए मन को खुश करना हो सभी लोग म्युजिक संगीत ही क्यों की चुनते हैं। क्योंकि संगीत के सुर में वो पावर है इतनी शक्ति है कि लोग संगीत सुनने में अपने बाकी बाते भूल जाते हैं और
सभी जानते हैं कि दुर्गा जी की शक्ति के रूप में पूजा जाता है l इस सृष्टि मे उनसे ज्यादा शक्तिशाली कोई नहीं है क्योंकि सभी देवताओं ने उन्हें अपना शष्त्र देकर उन्हें इतना शक्ति शाली बनाया ताकि कोई भी असु
मर्यादा पुरुषोत्तम का अर्थ होता है जो इंसान किसी भी काम को उसके नियम में रहकर सबके हित के लिए काम करे। अपने आस पास में रहने वाले बड़ों का आदर उनके आज्ञा का पालन, उनकी बात को समझना और फिर काम करना। भगव
माता गौरी जी को असुरों को खत्म करने के लिए देवताओं को असुरों से बचाने के लिए एक शक्ति के रूप में विशाल रूप लेना पड़ा और अपने आठ भुजाओं में अस्त्र शस्त्र को धारण किया ताकि असुर जिस रूप में भी आये वो उस