हरेक इंसान को इस धरती पर माँ ही लाती है। ऐसे तो जिंदगी में माता पिता और गुरु का स्थान सबसे बड़ा होता है और सबसे जरूरी भी महत्वपूर्ण होता है। किसी भी बच्चे को अगर अच्छी माँ मिल जाय जो सही तरीके से अपने बच्चे का वैल्यू के साथ पालन पोषण करे अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से करे तो हरेक बच्चा जीवन में सफल होगा और कुछ बड़ा काम बड़ा नाम करेगा । बाप के स्वभाव से या आदत से ज्यादा माँ के स्वभाव और आदत से बच्चो को फर्क पड़ता है। बच्चे पिता से ज्यादा माँ के करीब होते हैं, बच्चे का दिल माँ से जुड़ा होता है। बच्चा कितना भी बड़ा हो जाय माँ हमेशा खाना और स्वस्थ के बारे में ही पहले पूछती है खाना खा लिया टाइम से कैसे हो। पहले अपने दिल को तस्सली कर लेती है कि सब ठीक है तब जाके और कुछ पूछती है। जब बच्चे को कोई जरूरत हो माँ हमेशा तैयार रहती है, चाहे रात हो या दिन अपने से कुछ करना हो या दूसरे से मदद करवाना तुरंत तैयार बच्चो के लिए। माँ के लिए खुद का जीवन भी बाद में आता है पहले उसके बच्चे आते हैं। कहावत भी है कि माँ की ममता को कभी मत छेरना।
अपने बच्चे के जन्म से लेकर उसके बच्चे के पैदा होने तक सफल होने तक वो लगी रहती है कि सबकुछ अच्छा हो। कहते हैं कि माँ की दुआ में इतनी शक्ति होती है कि बच्चे का हर संकट भाग जाता है। ये धरती का सबसे अनमोल रिश्ता है जिसमें कोई लेन देन की जगह नहीं होती है। माँ सिर्फ देना जानती है अपने बच्चो को बदले में सिर्फ थोड़ा प्यार मिल जाये तो वो अपनी सारी परेशानी भूल जाती है। माँ के जीवन में सबसे खुशी का दिन तब होता है जब दुनिया उसके बेटे के नाम से जानती है कि ये उसकी माँ है। इसलिए बच्चे को भी जब बड़ा आदमी बन जाए तो अपने माता पिता को कभी भूलना नहीं चाहिए बल्कि उन्हें प्यार इज्जत देना चाहिए। सभी माता पिता को अपने बच्चो को पालने पोषने में दिक्कत होती है तो सबको अपने माता पिता का ध्यान रखना चाहिए।