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संजीव पालीवाल के बारे में

उपन्यासकार, कहानीकार, स्टोरीटेलर संजीव पालीवाल टेलीविजन और प्रिंट मीडिया का प्रभावी चेहरा और अग्रणी पत्रकार हैं, आपका जन्म उत्तर प्रदेश के बरेली में हुआ। पत्रकारिता के क्षेत्र में तीन दशक से भी अधिक समय से कार्यरत. दैनिक जागरण, अमर उजाला, दैनिक आज, दूरदर्शन, बीआईटीवी, आईबीएन7/न्यूज़18 और टीवी टुडे जैसे प्रतिष्ठित मीडिया समूहों, समाचार-पत्रों, और न्यूज़ चैनलों से संबद्ध रहे. दूरदर्शन के सुबह-सबेरे जैसे कार्यक्रमों के प्रस्तोता के रूप में देशव्यापी ख्याति अर्जित की. समाचार टीवी के क्षेत्र में कई लोकप्रिय कार्यक्रमों के पीछे प्रेरणा स्रोत, कई की अगुआई और एंकरिंग की. फिलहाल आज तक में सीनियर एग्ज़िक्यूटिव एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. मीडिया जगत में पनप रहे आंतरिक संबंधों और अपराध पर लिखे गए पहले उपन्यास 'नैना' के बेस्ट सेलर बनने के बाद अब अपने दूसरे उपन्यास 'पिशाच' से सनसनी मचा रहे हैं.

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संजीव पालीवाल की पुस्तकें

नैना

नैना

ब्रेकिंग न्यूज़: आज दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन इलाक़े के जॉगिंग पार्क में सुबह के तक़रीबन 6:15 बजे एक महिला की लाश बरामद हुई। कौन है यह महिला? देश की लोकप्रिय न्यूज़ एंकर, मीडिया और राजनीतिक गलियारों में एक जाना-माना चेहरा, और नेशनल न्यूज़ चैनल की टीआरपी

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नैना

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ब्रेकिंग न्यूज़: आज दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन इलाक़े के जॉगिंग पार्क में सुबह के तक़रीबन 6:15 बजे एक महिला की लाश बरामद हुई। कौन है यह महिला? देश की लोकप्रिय न्यूज़ एंकर, मीडिया और राजनीतिक गलियारों में एक जाना-माना चेहरा, और नेशनल न्यूज़ चैनल की टीआरपी

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पिशाच

पिशाच

जाने-माने कवि, विचारक और पेंटर गजानन स्वामी नहीं रहे।दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन स्थित एक सोसाइटी में उनका क़त्ल होता है। कौन कर गया एक बुज़ुर्ग का क़त्ल? क़ातिल का क्या मक़सद था? और आख़िर क्यों क़त्ल के बाद क़ातिल दीवार पर ख़ून से बड़े-बड़े अक्षरों में लिख गया—‘प

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पिशाच

पिशाच

जाने-माने कवि, विचारक और पेंटर गजानन स्वामी नहीं रहे।दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन स्थित एक सोसाइटी में उनका क़त्ल होता है। कौन कर गया एक बुज़ुर्ग का क़त्ल? क़ातिल का क्या मक़सद था? और आख़िर क्यों क़त्ल के बाद क़ातिल दीवार पर ख़ून से बड़े-बड़े अक्षरों में लिख गया—‘प

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