आज मैं आपको अपने बाग़-बगीचे में लगी सतावरी और भृंगराज के बारे में बताती हूँ। हमने इन्हें हमारे बगीचे की बाउंड्री में लगा रखा है। भृंगराज सड़क के किनारे वाली बॉउंड्री पर तो सतावरी सड़क से बिल्डिंग के लिए बनी सीढ़ियों के किनारे लगा रखी है। जिसकी सुन्दरता की तारीफ़ हर सड़क या बिल्डिंग में आने-जाने वाला करना नहीं भूलता है। हमें तब बहुत अच्छा लगता है जब आने-जाने वाला कोई भृंगराज और सतावरी मांग कर ले जाते हैं। सतावरी का पौधा तो बाउंड्री पर बहुत सुन्दर तरीके से सजता है। यह एक बेल के रूप में होती है जिसकी अनेक शाखाएँ होती हैं, जो कि काँटेदार लता के रूप में तीन-चार मीटर तक फैलती है। इसकी जड़ें मूसली जैसी गुच्छों के रूप में होतीं हैं तथा लतादार झाड़ी की पत्तियां पतली और सुई के समान होती है। इसका फल मटर के दाने की तरह गोल जो कि पहले हरा तथा पकने पर लाल हो जाता है। आयुर्वेद में इसे ‘औषधियों की रानी’ माना जाता है। इसकी जड़ की गांठों और पत्तियों से आयुर्वेदिक दवा बनाई जाती है, जो कि शारीरिक दर्द कम करने, महिलाओं में स्तन्य (दूध) की मात्रा बढ़ाने, मूत्र विसर्जनं के समय होने वाली जलन को कम करने, तंत्रिका प्रणाली और पाचन तंत्र की बीमारियों के इलाज, ट्यूमर, गले के संक्रमण, ब्रोंकाइटिस और कमजोरी में फायदेमंद होती है। यह कम भूख लगने व अनिद्रा की बीमारी में भी फायदेमंद है। इसे महिलाओं के लिए एक बढ़िया टॉनिक माना जाता है। शतावर के पौधे को उगाने के लिए बहुत मेहनत की जरुरत नहीं होती हैं। यह हर प्रकार की मिट्टी और जमीन में बरसात के समय आसानी से लग जाता है। इसका आयुर्वेद महत्व तो है ही साथ में यह बाग़-बगीचे की बॉउंड्री और घर के गेट की शोभा बढ़ाने में भी पीछे नहीं रहता है।
अब बात थोड़ी बातें भृंगराज की। यह आसानी से हर मिट्टी में उग जाती हैं। यद्यपि यह कम पानी में भी उग जाता है लेकिन जहाँ कीचड़ या थोड़ा-बहुत पानी बहता रहता हो, वहां यह बड़ी तेजी से बढ़कर फैलता है। हरी-भरी पत्तियों और पीले-सफ़ेद फूलों से लदी यह बाग़-बगीचे की बॉउंड्री की शोभा बढ़ाने में चार चाँद लगा देती है। यह त्वचा संबंधी विकारों जैसे- त्वचा के कटने, छिलने, घाव होने या चोट में असरदायक है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के मतानुसार यह बालों और लीवर से जुड़ी समस्याओं के लिए लाभदायक है, क्योंकि इसमें केश्य गुण पाया जाता है। इसका तेल, पाउडर या पेस्ट गंजेपन, बालों के झड़ने, असमय बालों के पकने आदि समस्याओं में राहत पहुंचाने वाला होता है।
सतवारी और भृंगराज कई गुणों की खदान तो है ही साथ ही यह बाग़-बगीचे या घर-आँगन की शोभा भी बढ़ाती है, तो क्यों न आप भी आज ही इन्हें अपने घर लाइए और फिर मेरी बातें याद रखिए।