9 जून 2017
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कविता, कहानी, लघु कथा लेखन में रूचि / कई पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित / वर्तमान में पश्चिम बंगाल विद्युत विकास परिषद में कार्यरत /D
आभार आपका
29 जून 2017
आदरणीय राजेश जी ----- पहले आपको साधुवाद कि आपने साहित्य में निहायत तिरस्कृत ----[ ऐसा मैं मानती हूँ ] विषय को अपने लेखन का विषय बनाया और उसे एक सार्थक व्यंग की तरह प्रस्तुत किया ----- और इस विषय की तो क्या कहूं -- हर विषय में नारी भुक्तभोगी है --- पर शिक्षा का आलोक इस वैचारिक अँधेरे को जरूर दूर करेगा ------ और आधी आबादी में कम से कम ऐसे विषयो पर तो अपना निर्णय खुद लेने की क्षमता होगी - आपको पुनः धन्यवाद और हार्दिक शुभकामना -----------
29 जून 2017
बहुत शोचनीय विषय है ये ।
10 जून 2017