नज़रे बताती है तेरी तू बेवफ़ा नहीं,
बाते बताती है तू मुझसे ख़फ़ा नहीं.
क्यों दूर मुझसे तू मुझको पता नहीं,
ना जाने शबे-वस्ल क्यू आती नहीं . (आलिम)
11 अक्टूबर 2017
नज़रे बताती है तेरी तू बेवफ़ा नहीं,
बाते बताती है तू मुझसे ख़फ़ा नहीं.
क्यों दूर मुझसे तू मुझको पता नहीं,
ना जाने शबे-वस्ल क्यू आती नहीं . (आलिम)