shabd-logo

common.aboutWriter

पत्रकार, लेखक, ब्लॉगर, कवि, विभिन्न न्यूज चैनल में सबएडिटर के तौर पर काम करने का अनुभव और वेबमीडिया में फीचर लेखक के तौर काम किया है । फ्रीलांस लेखक के तौर पर कार्यरत । विभिन्न समाचार पत्र और पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन हुआ है । मास्टर्स इन जर्नलिज़्म ( एमसीआरपीवी ) ,पत्रकार, लेखक, ब्लॉगर, कवि, विभिन्न न्यूज चैनल में सबएडिटर के तौर पर काम करने का अनुभव और वेबमीडिया में फीचर लेखक के तौर काम किया है । फ्रीलांस लेखक के तौर पर कार्यरत । विभिन्न समाचार पत्र और पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन हुआ है । मास्टर्स इन जर्नलिज़्म ( एमसीआरपीवी )

no-certificate
common.noAwardFound

common.books_of

common.kelekh

व्यंग्य-आदर्श महिला बनने की ट्रेनिंग

8 जून 2022
0
0

नीरज ने सोचा कि शहर की लड़कियों को आदर्श कैसे बनाया जाए, इसकी ट्रेनिंग दी जाए, तो कई लड़कियों की रुचि उसमें जगी। शहर की   कई लड़कियों ने उसमें दाखिला लिया। नीरज ने एक-एक करके सबकी पसंद पूछी “तुम कैसे

पसंद अपनी-अपनी

23 अगस्त 2021
0
0

<h2><strong>सोमवार, 23 अगस्त 2021</strong></h2> <p><br></p> <p><br></p> <p><br></p> <h3><a href="htt

पुनर्विवाह

17 अगस्त 2021
1
0

“क्या कर रही हो शैलजा ? ’’नानी ने पूछा।“मैंइस गुड्डें और गुड़ियां की शादी कर रही

रूहानी प्यार

5 अगस्त 2021
0
0

“कितने प्यारे इंसान हो आप, आपकी मुस्कान भीबहुत अच्छी है।’’“धन्यवाद” ये सुनकर सचिनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।दिशा की कथक नृत्य केवीडियो उसके फेसबुक पेज पर डाले गए थे।कितनी सुंदर थी वो विशालनयन और चंद्रमा से भी

कयास

27 जुलाई 2021
1
1

मधुमिता और स्मिताबहुत अच्छी सहेलियां थी। दोनों में खूब जमती थी।एक दिन मधुमिता ने स्मिताके को एक प्रोफेशनली क्वालिफाइ़ड, सुंदरऔर सुशील लड़के की तस्वीर दिखाई।तभी स्मिता के चेहरेपर उदासी आ गई वो कहने लगी “हां तु

घनी पलकें

21 जुलाई 2021
0
0

राधिका और उसकी सहेली रसिका एक दिन किस्मतदेखने वाले एक इंसान के पास गए। वैसे राधिका का इन बातों पर ज्यादा यकीन नहीं था,क्योंकि रसिका जिद कर रही थ

कागज पर लिखी बात ।

18 जुलाई 2021
0
0

एक दिन रवि स्टेज पर खड़े होकर भाषण देरहा था।“इस देश में भाषा रीति-रिवाज सब की दीवारें गिर जानी चाहिए।क्यों हम ढो रहे है इनको ?घर की बेटी और बेटा बढ़ा रहे परिवार काअभिमान लेकिन भूल गए है क्या होता हैप्यार।दिलक

लड़कियों को एक दायरे में सीमित करना बंद होना चाहिए।

14 जुलाई 2021
0
0

अलग- अलग लड़कियों के अलग-अलग सपने होते है। कभी कभी हम यह कहकर उन्हें नकार देते है, कि येतो लड़कियों वाला काम नहीं है।जैसे कुछ लड़कियां पुलिस में या आर्मी में जानाचाहती है तो ये कहा जाता है कि ये तो लड़कों वाला काम है। लड़कियों की हमेशा सौम्यछवि हो ऐसा सभी चाहते है, लड़कियां भी बोल्ड हो सकती है।लड़क

संस्कार कपड़े तय नहीं करते है।

4 जुलाई 2021
0
0

रीमा आज अपने रिश्तेदार की शादी में पहुंची तभीवहां उसे कई महिलाओं ने घेर लिया।“अरेये क्या इतना चटखदार सलवार सूट पहनकर आ गई, अगर साड़ी पहन लेती तो कितना अच्छाहोता।’’“कई विवाह योग्य लड़के भी आते है यहां,तुम्हारा परिचय करा देते उनके माता पिता स

सहमति

22 जून 2021
0
0

दिशा की उम्र तीस साल हो चुकी थी, पीएचडी करते-करतेइतनी उम्र होना तो स्वाभाविक ही था, आज उसके घर के लोग बहुत खुश थे क्योंकि उनकेघर शहनाई बज रही थी। जल

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए