महाशक्तियों में टकराव :शीतयुद्ध की शुरुआत
आज पुरा विश्व कोरोना वायरस जेसी महामारी से जुँझ रहा हे इसी बीच दो महाशक्तियों के बीच टकराव अमेरिका ओर चाइना के बिछदिनो दिन बढ़ते जा रहे हे ।
जेसा की सर्वविविध हे नोवल कोविड-19 चीन के वुहान शहर से अपने प्रकोप की शुरुआत की थी ओर आज ये पूरे विश्व में अपने पेरपसार चुका हे ओर सबसे ज़्यादा संयुक्त राष्ट्र अमेरिका इससे प्रभावित हे ।
इन महाशक्तियों के मतफ़ेद ओर मनफ़ेद अब खुल कर सामने आ रहे हे जो की एक नए शीतयुद्ध का आग़ाज़ हे ।अमेरिकी राष्ट्रपतिडोनाल्ड ट्रम्प ने चीन पर ओर डबल्यू॰एच॰ओ॰ पर जानकारी छुपाने ओर इस महामारी के इतने ख़तरनाक प्रकोप की जानकारी साझानहीं करने का आरोप लगाया ओर अमेरिका द्वारा डबल्यू॰एच॰ओ॰ को दीं जाने वाली फ़ंडिंग पर भी रोक लगा दी हे ।
परंतु यह बात ज़रूर हे जब ये वायरस इतना ख़तरनाक हे तो चाइना इससे इतना इतना जल्दी केसे उभर गया। चीन द्वारा दिए गए आँकड़ोके अनुसार चीन मे 83000 केस(लगभग) मिले उनमें से 77,642 केस (लगभग) को वो रिकवर अर्थात पूर्णत स्वस्थ कर चुका हे यानी कीचाईना की रिकवरी दर ओसतन 93% ओर इसी तरह देखा जाए तो अमेरिका की रिकवरी रेट 14% इटली की 36% ओर भारत की 25% ।
इन आँकंडों से स्थती आचर्यजनक लगती हे जहाँ एक विकसित राष्ट्र 93% की दर से इंसान को रिकवर कर रहा हे वही दूसरा राष्ट्र उससेविपरीत केवल 14% इससे ये तो साफ़ हे की चाईना ने अपने आँकड़े छुपाए हे या फिर पूरे विश्व के साथ ग़लत आँकड़े साझा किए हे ।
इसी कारण अमेरिका के राष्ट्रपती ट्रम्प ने इस वायरस को चीनी वायरस का नाम देकर भी पुकारा था । हाल ही मे हुई अमेरिका की एकप्रेस कोनफ़्रेंस के दोरान ट्रम्प ने बताया की इस वायरस का सम्बंध वुहान मे स्थित इंस्टीट्यूट ओफ़ वायरोलोज़ी से ही था ओर उसकासबूत भी हे । ज़ाहिर हे ये संकेत ओर चीन ने भी साउथ चाईना सी मे मिल्ट्री अभ्यास ओर विश्व बेंक को 300 करोड़ डोलर का अनुदानदेकर अपनी धोश जमायी हे
ज़ाहिर हे की इनके आरोप प्रत्यारोप मे ये आशंकाए लाज़मी हे की ये कोरोना शीतयुद्ध से ये कोरोना विश्वयुद्ध का रूप न ले ले ।
महिपाल चौधरी
राजस्थान विश्वविधालय जयपुर
सम्पर्क -99825625132
(जालोर)