Mr. Kumar Shrawan
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मेरी पहली किताब
बात उस समय की है जब हर तरफ से हरा हुआ एक आदमी की एक समय की बात है एक व्यक्ति अपने छोटे से गांव में रहता था। वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के लिए प्रयास करने लगा, लेकिन उसको क्या पता था कि उसको इतने प्रयासों के बाद भी अभी तक नौकरी नहीं मिली थी
मेरी पहली किताब
बात उस समय की है जब हर तरफ से हरा हुआ एक आदमी की एक समय की बात है एक व्यक्ति अपने छोटे से गांव में रहता था। वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के लिए प्रयास करने लगा, लेकिन उसको क्या पता था कि उसको इतने प्रयासों के बाद भी अभी तक नौकरी नहीं मिली थी
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