प्यार बहुत है तुमसे,पर कभी जता नहीं सकती।क्या मजबूरी है मेरी,तुम्हें बता नहीं सकती।मेरा यकीन कर,तेरे लिए जमाने से लड़ सकती हूँ ।मगर वो अपने हैं मेरे,जिनके खिलाफ मैं जा नहीं सकती।वो जरुरी हैं मेरे लिए,औ
तेरी तकलीफ मुझे, तुझसे ज्यादा सताने लगी है । हर तन्हाई के मौसम में, तेरी याद आने लगी है । कभी नज़र भरकर, देखा तक नहीं जिसको। वो सूरत हर जगह , नजर आने लगी है । तेरी हर पसंद, जो कभी नापसंद थी मुझे। अब भा