मै एक साधारण गृहिणी हूं ।मुझे लिखने का शौक है इसलिए इस मंच पर आई हूं।मुझे हिंदी और बंगाली दोनो भाषा मे लिखना आता है।
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मुझे सजने की जरूरत नहींआप जो ले लो आगोश मेंमुझे हार की जरूरत नहींबाहों का हार ही काफ़ी हैंआपके आने से आ जाती हैंचमक आंखों में।।मुझे कजरे की जरूरत नहींआपके प्यार की बूंदों से भीगता हैं तन मन।।मुझे