सोमेश कुमार
2 किताबे ( 1 हिंदी )
28 रचनायें ( 27 हिंदी )
अवकाश प्राप्त (भारत सरकार सेवा) ।
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विस्मृत यादें
शेष विश्व से अलग एक द्वीप जैसे गाँव में मेरा जन्म हुआ था जहाँ से शहर आना जाना अत्यंत ही कठिन था। वर्षा ऋतु में तो यह असंभव ही हो जाता था। लोगों के कन्धों पर डोली पर बैठ ही संभव हो पाता था। घोड़ा, बैलगाड़ी अथवा पैदल ही चार कोस अर्थात लगभग तेरह किलोमीटर
विस्मृत यादें
शेष विश्व से अलग एक द्वीप जैसे गाँव में मेरा जन्म हुआ था जहाँ से शहर आना जाना अत्यंत ही कठिन था। वर्षा ऋतु में तो यह असंभव ही हो जाता था। लोगों के कन्धों पर डोली पर बैठ ही संभव हो पाता था। घोड़ा, बैलगाड़ी अथवा पैदल ही चार कोस अर्थात लगभग तेरह किलोमीटर
शिक्षा से सम्मान ।
1 सितम्बर 2024
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अवकाश एवं कोरोना कहर ।
1 सितम्बर 2024
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सोने की अँगूठी ।
1 सितम्बर 2024
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दर्शन उपरांत चक्रवात ।
1 सितम्बर 2024
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चार पेड़ ।
1 सितम्बर 2024
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वियोग और प्रवंचना ।
1 सितम्बर 2024
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दुर्घटना ।
1 सितम्बर 2024
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प्रभु जगन्नाथ ।
1 सितम्बर 2024
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पारिवारिक वैमत्य एवं शमन ।
1 सितम्बर 2024
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पैतृक संपत्ति एवं स्वप्न ।
1 सितम्बर 2024
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