ट्रेन की आवाज़ एक शहर से दूसरे शहर एक जगह से दूसरी जगह अनगिनतअनजाने चेहरे परिचित होते हुए नाम का आदान-प्रदान 'चाय' की अनवरत पुकार गले लगकर बिछड़ते लोग !खाने की अलग खुशबू साझा करने का रिश्ता तो कहीं साझे का हादसा .... ट्रेन कहाँ रुकी यह देखने को उमड़ी भीड़ कुछ मिल जाये' की चहलकदमी कई स्टेशन अंदर के सन्ना