सुरभि सिंघल
लेखिका सुरभि सिंघल फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएट हैं पर सपने हिंदी में देखना पसंद करती हैं। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के एक छोटे से कस्बे में 09 February को जन्मीं पर जिंदगी के खास कहे जाने वाले पल इन्होंने यमुनानगर और देहरादून के हॉस्टल के गलियारों में बिताए हैं। कहानी की प्रेरणा यमुनानगर से मिली जो देहरादून आकर अपने अंजाम तक पहुँची। फिलहाल ये किताब लिखने के साथ-साथ किताबें पढ़ भी रही हैं। एक स्कूल में टीचर हैं। ऑटोग्राफ देना पसंद है और चॉकलेट खाना उससे भी ज्यादा। सुरभि वर्तमान में हिंदी लेखन में नाम कमा रही हैं और इसे पूर्णकालिक करियर के रूप में शामिल करने की कोशिश कर रही हैं। उसकी तीसरी किताब (नाम - स्वर्गीय लतीफ प्यार) लिखने के बाद हर कोई उसका नाम ई.एल जेम्स के रूप में जानता है। उन्होंने पिछले 5 साल से लिखना शुरू किया था। वह शिक्षण का भी हिस्सा हैं और अब तक तीन पुस्तकों का संकलन कर चुकी हैं।
फीवर 104°F
आजकल की जिंदगी से जुड़ी हर एक टीनएजर की कहानी जो अनजाने ही अपने और अपनों के बीच एक दीवार बना लेती है। लड़कियों से जुड़ी भावनाएँ, कच्ची उम्र की शैतानियाँ जिनसे उनके परिवार आज तक अछूते हैं। यह कहानी है उनके बीच की बढ़ती दूरियों की जो समाज बढ़ाकर इतनी बड़ी कर
फीवर 104°F
आजकल की जिंदगी से जुड़ी हर एक टीनएजर की कहानी जो अनजाने ही अपने और अपनों के बीच एक दीवार बना लेती है। लड़कियों से जुड़ी भावनाएँ, कच्ची उम्र की शैतानियाँ जिनसे उनके परिवार आज तक अछूते हैं। यह कहानी है उनके बीच की बढ़ती दूरियों की जो समाज बढ़ाकर इतनी बड़ी कर
लेटलतीफ़ लव
लेटलतीफ़ लव कहानी है एक ऐसे 60 वर्षीय अधेड़ की, जिसे दुनिया सिरे से ही भ्रम पूर्ण प्रतीत होती थी। वह पेशे से डॉक्टर था, वह भी दिल का परंतु दिल के इमोशंस से गैर वाकिफ । वह हमेशा अपने पेशेंट से घिरा रहता था और कईयों की जिंदगियां उसकी वजह से ही गुलजार थी
लेटलतीफ़ लव
लेटलतीफ़ लव कहानी है एक ऐसे 60 वर्षीय अधेड़ की, जिसे दुनिया सिरे से ही भ्रम पूर्ण प्रतीत होती थी। वह पेशे से डॉक्टर था, वह भी दिल का परंतु दिल के इमोशंस से गैर वाकिफ । वह हमेशा अपने पेशेंट से घिरा रहता था और कईयों की जिंदगियां उसकी वजह से ही गुलजार थी
बियर टेबल
लेखन को प्रयोगशाला की तरह लेकर चलने वाली लेखिका के लिए ‘लेट लतीफ लव’ जैसे बहुचर्चित इरॉटिक उपन्यास के बाद ‘बियर टेबल’ को लिखना फिर से एक नए छोर को पकड़ने की तैयारी है। इन कहानियों में आपको सस्पेंस व भावुकता के समावेश के साथ प्रेम का तड़का मिलेगा। इसकी
बियर टेबल
लेखन को प्रयोगशाला की तरह लेकर चलने वाली लेखिका के लिए ‘लेट लतीफ लव’ जैसे बहुचर्चित इरॉटिक उपन्यास के बाद ‘बियर टेबल’ को लिखना फिर से एक नए छोर को पकड़ने की तैयारी है। इन कहानियों में आपको सस्पेंस व भावुकता के समावेश के साथ प्रेम का तड़का मिलेगा। इसकी
वापसी इम्पॉसिबल
ऑनलाइन हो चुकी दुनिया में जब सोशल मीडिया के आभासी मोह में पँसा हर दूसरा इन्सान यह सोचने लगा है कि ‘प्यार-व्यार झमेला है, कुछ दिनों का खेला है' तब अचानक सच्चा प्यार दिल के किसी काने में घर बसा लेता है। कभी पहचान लिया जाता है तो कभी पहचान कर भी मजबूरिय
वापसी इम्पॉसिबल
ऑनलाइन हो चुकी दुनिया में जब सोशल मीडिया के आभासी मोह में पँसा हर दूसरा इन्सान यह सोचने लगा है कि ‘प्यार-व्यार झमेला है, कुछ दिनों का खेला है' तब अचानक सच्चा प्यार दिल के किसी काने में घर बसा लेता है। कभी पहचान लिया जाता है तो कभी पहचान कर भी मजबूरिय