परिचय
3 अप्रैल 2023
आधुनिक जीवन का शोर, हमें बहरा कर देने वाला हो सकता है, जो हमें हतप्रभ और असहज कर देता है। इस स्नेह-पूर्ण और प्रबुद्ध पुस्तक में, प्रेम रावत हमें सिखाते हैं कि इस शोर को कैसे कम करें ताकि हम “स्वयं को सुन सकें”- शांति के कोमल संगीत को, जो हम में से प्रत्येक के अंदर झंकृत होता रहता है। एक बार जब हम इसे सुनना सीख लेते हैं, तो दुनिया की सभी उथल-पुथल का सामना करते हुए भी इसे हम लगातार सुनते रह सकते हैं। जीवन भर की शिक्षण परिणति, ’हियर योरसेल्फ’( स्वयं की आवाज ) उन महत्वपूर्ण कदमों को बताती है जिनका उपयोग हम भीतर की आवाज पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कर सकते हैं। प्राचीन ज्ञान और आधुनिक अंतर्दृष्टि के आधार पर, लेखक व्यक्तियों को उनके हृदय से फिर से जोड़ते हैं। जीवन को अच्छी तरह समझने के लिए यह आपको एक प्रेरक और अनूठी यात्रा पर ले चलती है, जो महत्वपूर्ण और स्थायी सीख देने के साथ साथ आपको, अपने सच्चे स्वयं को सुनने में सक्षम बनाती है, जिसे आप शायद पहली बार सुनते हैं। फिर भी यह एक अन्य सेल्फ-हेल्प पुस्तक केवल नहीं है। ‘हियर योरसेल्फ’ ( स्वयं की आवाज ) एक यात्रा की शुरुआत है। प्रेम रावत जी के ज्ञान के इस परिवर्तनकारी परिचय में, आप एक कालातीत ज्ञान का अनुभव करने की संभावना तलाशेंगे, जहाँ तक मानव स्मृति जाती है। स्वतंत्र रूप से दी गई अनूठी तकनीकियों के आधार पर, जीवन भर का यह अवसर आपका इंतजार कर रहा है।
0 फ़ॉलोअर्स
2 किताबें