### अध्याय 7: परिवारों का टकराव
**स्थान:** प्रयागराज, आदित्य और आलिया के घर
**समय:** कुछ हफ्ते बाद
आदित्य और आलिया के रिश्ते को लेकर दोनों परिवारों के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा था। समाज का दबाव, परिवार का विरोध और अपने प्यार को बनाए रखने की जद्दोजहद के बीच दोनों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।
**आलिया का घर**
(आलिया के माता-पिता उसे समझाने की कोशिश कर रहे हैं।)
आलिया के पिता: "आलिया, तुम्हें हमारी बात समझनी होगी। यह रिश्ता हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकता है।"
आलिया: "अब्बू, मैं समझती हूँ। लेकिन आदित्य और मैं एक-दूसरे से सच्चा प्यार करते हैं।"
आलिया की माँ: "बेटी, हमें तुम्हारी खुशी चाहिए। लेकिन यह रास्ता बहुत कठिन है।"
आलिया: "अम्मी, मैं जानती हूँ। लेकिन हमें एक-दूसरे पर भरोसा रखना होगा।"
**आदित्य का घर**
(आदित्य भी अपने माता-पिता के साथ इसी प्रकार की बातचीत कर रहा है।)
आदित्य के पिता: "आदित्य, तुम्हें समझना चाहिए कि यह रिश्ता हमारे लिए कितना मुश्किल होगा।"
आदित्य: "पापा, मैं जानता हूँ कि यह आसान नहीं होगा। लेकिन आलिया के बिना मेरी जिंदगी अधूरी है।"
आदित्य की माँ: "बेटा, समाज हमें कभी स्वीकार नहीं करेगा। हमें इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।"
आदित्य: "माँ, हमें बस आपका समर्थन चाहिए। हम हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
**दोनों परिवारों की बैठक**
(आदित्य और आलिया के परिवार एक बैठक में मिलते हैं।)
आलिया के पिता: "हमारी बेटी ने एक हिंदू लड़के से प्यार किया है। यह हमारे लिए बहुत मुश्किल है।"
आदित्य के पिता: "हमारा बेटा भी उसी मुस्लिम लड़की से प्यार करता है। यह रिश्ता हमारे लिए भी उतना ही कठिन है।"
आलिया की माँ: "हमें समाज की चिंता है। लोग हमें कभी स्वीकार नहीं करेंगे।"
आदित्य की माँ: "हम भी इसी चिंता में हैं। लेकिन हमें अपने बच्चों की खुशी भी देखनी होगी।"
(दोनों परिवारों के बीच लंबी बातचीत होती है, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकलता।)
**आदित्य और आलिया की मुलाकात**
(आदित्य और आलिया गंगा घाट पर मिलते हैं।)
आलिया: "आदित्य, हमारे परिवारों के बीच का यह तनाव हमें कमजोर कर रहा है।"
आदित्य: "मुझे पता है, आलिया। लेकिन हमें एक-दूसरे पर भरोसा रखना होगा। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
आलिया: "क्या हम सच में यह सब झेल पाएंगे?"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हमारा प्यार हमें हर मुश्किल से लड़ने की ताकत देगा।"
(दोनों एक-दूसरे का हाथ थामते हैं और गंगा की शांत लहरों को देखते हैं। उनके दिलों में एक-दूसरे के प्रति विश्वास और प्रेम और भी गहरा हो जाता है।)
**समाज का बढ़ता दबाव**
(समाज का दबाव अब और भी बढ़ चुका था। आदित्य और आलिया के रिश्ते को लेकर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे थे।)
रमेश (बाजार का दुकानदार): "आदित्य, तुम्हें और आलिया को यह समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा।"
आदित्य: "रमेश भाई, हमें पता है। लेकिन हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं और यह हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।"
रमेश: "समाज का दबाव बहुत बड़ा होता है। तुम दोनों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।"
आलिया: "हमें पता है। लेकिन हम हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार हैं।"
**आदित्य और आलिया का संघर्ष**
(आदित्य और आलिया को समाज के विरोध और परिवार के दबाव का सामना करते हुए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।)
आलिया: "आदित्य, मुझे डर लग रहा है। यह सब कब तक चलेगा?"
आदित्य: "मुझे भी, आलिया। लेकिन हमें एक-दूसरे पर भरोसा रखना होगा। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
आलिया: "क्या हम यह सब झेल पाएंगे?"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हमारा प्यार हमें हर मुश्किल से लड़ने की ताकत देगा।"
**दोनों का विश्वास**
(आदित्य और आलिया एक-दूसरे का हौसला बनाए रखते हैं।)
आलिया: "आदित्य, मुझे तुम्हारे साथ होने पर गर्व है।"
आदित्य: "आलिया, तुम मेरी ताकत हो।"
**समाज का दबाव और बढ़ता है**
(समाज का दबाव अब असहनीय हो चुका था। लोगों ने आदित्य और आलिया को सामाजिक कार्यक्रमों से बाहर रखना शुरू कर दिया था।)
प्रोफेसर शर्मा: "आदित्य, तुम्हें और आलिया को समाज की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा।"
आदित्य: "प्रोफेसर साहब, हमें पता है। लेकिन हम एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ेंगे।"
**दोनों का अंतिम फैसला**
(आदित्य और आलिया ने समाज के विरोध के बावजूद अपने रिश्ते को निभाने का फैसला कर लिया था।)
आलिया: "आदित्य, हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हमारा प्यार हमें हर मुश्किल से लड़ने की ताकत देगा।"
(दोनों एक-दूसरे का हाथ थामते हैं और अपने प्यार के प्रति विश्वास बनाए रखते हैं।)
**समाज के विरोध का सामना**
(आदित्य और आलिया ने समाज के विरोध का सामना करने का पक्का इरादा कर लिया था।)
आलिया: "आदित्य, हमें एक-दूसरे पर भरोसा रखना होगा।"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
(दोनों एक-दूसरे का हाथ थामते हैं और अपने प्यार को निभाने का संकल्प लेते हैं। उनके दिलों में एक-दूसरे के प्रति विश्वास और प्रेम और भी गहरा हो जाता है।)
**समाज की समस्याएँ**
(समाज का दबाव और विरोध बढ़ता ही जा रहा था। आदित्य और आलिया को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।)
प्रोफेसर शर्मा: "आदित्य, क्या तुमने आलिया से बात की है? क्या वह इन समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार है?"
आदित्य: "प्रोफेसर साहब, हम दोनों एक-दूसरे का साथ देने के लिए तैयार हैं।"
प्रोफेसर शर्मा: "बेटा, समाज का दबाव बहुत बड़ा होता है। सोच-समझकर कदम उठाओ।"
**आलिया का विश्वास**
(आलिया भी समाज के विरोध का सामना करते हुए अपने विश्वास को मजबूत रखती है।)
आलिया: "आदित्य, मैं जानती हूँ कि यह मुश्किल होगा। लेकिन हमें एक-दूसरे पर भरोसा है।"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
**दोनों का मिलना**
(एक दिन, आदित्य और आलिया गंगा घाट पर मिलते हैं।)
आलिया: "आदित्य, क्या हम इस समाज के विरोध का सामना कर पाएंगे?"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे। हमारा प्यार हमें हर मुश्किल से लड़ने की ताकत देगा।"
(दोनों एक-दूसरे का हाथ थामते हैं और गंगा की शांत लहरों को देखते हैं। उनके दिलों में एक-दूसरे के प्रति विश्वास और प्रेम और भी गहरा हो जाता है।)
**समाज की समस्याएँ**
(समाज का दबाव और विरोध बढ़ता ही जा रहा था। आदित्य और आलिया को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।)
प्रोफेसर शर्मा: "आदित्य, क्या तुमने आलिया से बात की है? क्या वह इन समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार है?"
आदित्य: "प्रोफेसर साहब, हम दोनों एक-दूसरे का साथ देने के लिए तैयार हैं।"
प्रोफेसर शर्मा: "बेटा, समाज का दबाव बहुत बड़ा होता है। सोच-समझकर कदम उठाओ।"
**समाज की विरोध की वजह से एक दूसरे को दिलासा**
(समाज के विरोध के बावजूद, आदित्य और आलिया एक-दूसरे का हौसला बनाए रखते हैं।)
आलिया: "आदित्य, मुझे तुम्हारे साथ होने पर गर्व है।"
आदित्य: "आलिया, तुम मेरी ताकत हो।"