### अध्याय 1: प्रयाग की तैयारी
**स्थान:** प्रयागराज का एक पुराना मोहल्ला, जिसमें आधुनिकता और प्राचीनता का अद्भुत संगम है।
आदित्य: (मन ही मन) "कितना सुंदर शहर है यह प्रयागराज! गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम का यह स्थान सच में अद्वितीय है। यहां आकर तो लगता है जैसे जीवन को एक नई दिशा मिल गई हो।"
(आदित्य अपने कमरे में किताबें सजा रहा होता है। तभी बाहर से आवाज आती है।)
आलिया: "भाई, यहां कोचिंग क्लासेज किस दिशा में है?"
आदित्य: (आवाज की ओर मुड़कर देखता है) "कोचिंग क्लासेज? हां, यहीं पास में ही है। मैं भी वहीं जा रहा हूं। चलो, मैं तुम्हें दिखा देता हूं।"
आलिया: "धन्यवाद! वैसे, मैं आलिया हूं। नयी आई हूं प्रयागराज में।"
आदित्य: "मैं आदित्य हूं। यहां पढ़ाई के लिए आया हूं। चलो, रास्ते में बातें करते हैं।"
(दोनों साथ चलने लगते हैं।)
आलिया: "प्रयागराज सच में बहुत खूबसूरत है। यहां का माहौल मुझे बहुत पसंद आया।"
आदित्य: "हां, यहां का वातावरण बहुत शांत और प्रेरणादायक है। पढ़ाई के लिए यह जगह बेहतरीन है।"
(दोनों कोचिंग सेंटर पहुंचते हैं और वहां की कक्षाओं में शामिल हो जाते हैं। समय बीतता है और दोनों के बीच दोस्ती का बीज पनपने लगता है।)
**कुछ दिन बाद...**
(आदित्य और आलिया कोचिंग के बाद गंगा घाट पर बैठे हैं।)
आदित्य: "आलिया, तुम कहां से हो?"
आलिया: "मैं लखनऊ से हूं। मेरे माता-पिता ने मुझे यहां पढ़ाई के लिए भेजा है। और तुम?"
आदित्य: "मैं बनारस से हूं। मेरे माता-पिता ने भी मुझे यहां भेजा है ताकि मैं अच्छी तैयारी कर सकूं।"
आलिया: "तुम्हें प्रयागराज में सबसे अच्छा क्या लगता है?"
आदित्य: "यहां का संगम और यहां के लोग। हर कोई मिलनसार है। और तुम्हें?"
आलिया: "मुझे यहां का वातावरण बहुत पसंद है। और सबसे अच्छा लगता है, यहां के हिंदू त्यौहार।"
आदित्य: "वाकई? यह तो बहुत अच्छी बात है।"
(दोनों हंसते हुए बात करते हैं और दिन यूं ही गुजरता है।)
**रात को...**
आदित्य: (मन ही मन) "आलिया कितनी अलग है। उसकी सोच, उसका अंदाज, सब कुछ अलग है।"
आलिया: (अपने कमरे में) "आदित्य कितना सरल और सच्चा है। उसकी बातों में एक ईमानदारी है जो दिल को छू जाती है।"
(दोनों अपने-अपने विचारों में खो जाते हैं और धीरे-धीरे उनके दिलों में एक दूसरे के लिए खास जगह बनने लगती है।)
इस प्रकार, आदित्य और आलिया की मुलाकातों का सिलसिला शुरू होता है। उनकी बातचीत में गहराई आती है और उनके बीच एक अनोखी दोस्ती पनपने लगती है। यह दोस्ती ही उनके जीवन की कहानी को एक नई दिशा देने वाली है।