### अध्याय 5: मुश्किलों का सामना
**स्थान:** प्रयागराज, आदित्य और आलिया के घर
**समय:** कुछ महीने बाद
आदित्य और आलिया के बीच का प्रेम अपने चरम पर था। दोनों ने अपने-अपने परिवारों को एक-दूसरे के बारे में बताने का फैसला किया। लेकिन उन्हें यह अहसास नहीं था कि यह निर्णय उनकी जिंदगी में कितनी मुश्किलें लाने वाला है।
**आलिया का घर**
(आलिया अपने माता-पिता के साथ बैठी है।)
आलिया: "अम्मी, अब्बू, मुझे आपसे कुछ कहना है।"
आलिया की माँ: "क्या बात है, बेटी? कुछ खास?"
आलिया: "हाँ, अम्मी। मैंने प्रयागराज में एक दोस्त बनाया है। उसका नाम आदित्य है, और मैं उससे बहुत प्यार करती हूँ।"
(आलिया के माता-पिता चौंक जाते हैं।)
आलिया की माँ: "क्या? वह हिंदू है?"
आलिया: "हाँ, अम्मी। लेकिन प्यार धर्म नहीं देखता।"
आलिया के पिता: "आलिया, यह बहुत मुश्किल होगा। समाज और परिवार कभी इस रिश्ते को स्वीकार नहीं करेगा।"
आलिया: "अब्बू, मैं जानती हूँ कि यह आसान नहीं होगा, लेकिन मैं आदित्य के बिना नहीं रह सकती।"
आलिया की माँ: "हमें कुछ समय दो, बेटी। हमें इस पर सोचने की ज़रूरत है।"
**आदित्य का घर**
(आदित्य अपने माता-पिता के साथ बैठा है।)
आदित्य: "माँ, पापा, मुझे आपसे एक महत्वपूर्ण बात करनी है।"
आदित्य की माँ: "क्या बात है, बेटा?"
आदित्य: "मैं आलिया से बहुत प्यार करता हूँ, और हम शादी करना चाहते हैं।"
(आदित्य के माता-पिता आश्चर्यचकित हो जाते हैं।)
आदित्य के पिता: "क्या? वह मुस्लिम है?"
आदित्य: "हाँ, पापा। लेकिन हमारे दिल एक हैं।"
आदित्य की माँ: "बेटा, यह बहुत मुश्किल होगा। हमारे समाज में इसे कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा।"
आदित्य: "माँ, पापा, मैं जानता हूँ कि यह आसान नहीं होगा, लेकिन मैं आलिया के बिना नहीं रह सकता।"
आदित्य के पिता: "हमें कुछ समय दो, बेटा। हमें इस पर विचार करना होगा।"
**दोनों का मिलना**
(आदित्य और आलिया गंगा घाट पर मिलते हैं।)
आलिया: "आदित्य, मैंने अपने माता-पिता को हमारे बारे में बताया।"
आदित्य: "मैंने भी, आलिया। दोनों तरफ से ही विरोध की उम्मीद थी।"
आलिया: "हम क्या करेंगे, आदित्य?"
आदित्य: "हम साथ रहेंगे, आलिया। चाहे जो भी हो जाए।"
(दोनों एक-दूसरे का हाथ थामते हैं और गंगा की शांत लहरों को देखते हैं।)
**समाज का विरोध**
(आदित्य और आलिया का रिश्ता धीरे-धीरे समाज में चर्चा का विषय बन जाता है। उनके परिवार और आस-पड़ोस के लोग इस रिश्ते को लेकर तरह-तरह की बातें करने लगते हैं।)
प्रोफेसर शर्मा: "आदित्य, तुमने सुना? लोग तुम्हारे और आलिया के बारे में क्या कह रहे हैं?"
आदित्य: "प्रोफेसर साहब, मैं जानता हूँ। लेकिन मैं और आलिया एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं।"
प्रोफेसर शर्मा: "समाज के विरोध का सामना करना बहुत मुश्किल होगा, बेटा। सोच-समझकर कदम उठाओ।"
**परिवार का दबाव**
(आलिया के माता-पिता उसे समझाने की कोशिश करते हैं।)
आलिया की माँ: "आलिया, हम तुम्हारे भले के लिए कह रहे हैं। यह रिश्ता तुम्हारे लिए बहुत तकलीफें लाएगा।"
आलिया: "अम्मी, मैं जानती हूँ। लेकिन मैं आदित्य के बिना नहीं रह सकती।"
आलिया के पिता: "बेटी, हम तुम्हारी खुशी चाहते हैं। लेकिन समाज का दबाव बहुत बड़ा होता है।"
आलिया: "अब्बू, मुझे आदित्य पर भरोसा है। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
**आदित्य का संघर्ष**
(आदित्य भी अपने माता-पिता के विरोध का सामना करता है।)
आदित्य की माँ: "आदित्य, क्या तुमने अच्छे से सोच लिया है? यह रिश्ता तुम्हारे जीवन में बहुत समस्याएं लाएगा।"
आदित्य: "माँ, मैंने अच्छे से सोच लिया है। मैं आलिया के बिना नहीं रह सकता।"
आदित्य के पिता: "बेटा, हम तुम्हारी खुशी चाहते हैं। लेकिन यह कदम उठाने से पहले अच्छी तरह सोच लो।"
आदित्य: "पापा, मैं जानता हूँ कि यह आसान नहीं होगा। लेकिन मैं और आलिया एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं।"
**समाज की समस्याएँ**
(समाज का दबाव और विरोध बढ़ता ही जा रहा था। आदित्य और आलिया को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।)
प्रोफेसर शर्मा: "आदित्य, क्या तुमने आलिया से बात की है? क्या वह इन समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार है?"
आदित्य: "प्रोफेसर साहब, हम दोनों एक-दूसरे का साथ देने के लिए तैयार हैं।"
प्रोफेसर शर्मा: "बेटा, समाज का दबाव बहुत बड़ा होता है। सोच-समझकर कदम उठाओ।"
**आलिया का विश्वास**
(आलिया भी समाज के विरोध का सामना करते हुए अपने विश्वास को मजबूत रखती है।)
आलिया: "आदित्य, मैं जानती हूँ कि यह मुश्किल होगा। लेकिन हमें एक-दूसरे पर भरोसा है।"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
**दोनों का मिलना**
(एक दिन, आदित्य और आलिया गंगा घाट पर मिलते हैं।)
आलिया: "आदित्य, क्या हम इस समाज के विरोध का सामना कर पाएंगे?"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे। हमारा प्यार हमें हर मुश्किल से लड़ने की ताकत देगा।"
(दोनों एक-दूसरे का हाथ थामते हैं और गंगा की शांत लहरों को देखते हैं। उनके दिलों में एक-दूसरे के प्रति विश्वास और प्रेम और भी गहरा हो जाता है।)
**समाज का दबाव**
(समाज का दबाव बढ़ता ही जा रहा था। आदित्य और आलिया को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।)
प्रोफेसर शर्मा: "आदित्य, क्या तुमने आलिया से बात की है? क्या वह इन समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार है?"
आदित्य: "प्रोफेसर साहब, हम दोनों एक-दूसरे का साथ देने के लिए तैयार हैं।"
प्रोफेसर शर्मा: "बेटा, समाज का दबाव बहुत बड़ा होता है। सोच-समझकर कदम उठाओ।"
**समाज की समस्याएँ**
(समाज का दबाव और विरोध बढ़ता ही जा रहा था। आदित्य और आलिया को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।)
आलिया: "आदित्य, मैं जानती हूँ कि यह मुश्किल होगा। लेकिन हमें एक-दूसरे पर भरोसा है।"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे।"
**दोनों का मिलना**
(एक दिन, आदित्य और आलिया गंगा घाट पर मिलते हैं।)
आलिया: "आदित्य, क्या हम इस समाज के विरोध का सामना कर पाएंगे?"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हम मिलकर हर मुश्किल का सामना करेंगे। हमारा प्यार हमें हर मुश्किल से लड़ने की ताकत देगा।"
(दोनों एक-दूसरे का हाथ थामते हैं और गंगा की शांत लहरों को देखते हैं। उनके दिलों में एक-दूसरे के प्रति विश्वास और प्रेम और भी गहरा हो जाता है।)
**समाज की विरोध की वजह से एक दूसरे को दिलासा**
(समाज के विरोध के बावजूद, आदित्य और आलिया एक-दूसरे का हौसला बनाए रखते हैं।)
आलिया: "आदित्य, मुझे तुम्हारे साथ होने पर गर्व है।"
आदित्य: "आलिया, तुम मेरी ताकत हो।"
**आलिया का प्रश्न**
आलिया: "आदित्य, क्या हम हमेशा एक-दूसरे के साथ रहेंगे?"
आदित्य: "हाँ, आलिया। हम हमेशा एक-दूसरे के साथ रहेंगे।"
**समाज का दबाव**
(समाज का दबाव और विरोध बढ़ता ही जा रहा था। आदित्य और आलिया को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।)
प्रोफेसर शर्मा: "आदित्य, क्या तुमने आलिया से बात की है? क्या वह इन समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार है?"
आदित्य: "प्रोफेसर साहब, हम दोनों एक-दूसरे का साथ देने के लिए तैयार हैं।"
प्रोफेसर शर्मा: "बेटा, समाज का दबाव बहुत बड़ा