### अध्याय 3: प्रेम की ओर बढ़ते कदम
**स्थान:** प्रयागराज की गलियाँ, गंगा घाट, और कोचिंग सेंटर
**समय:** कुछ हफ्ते बाद
(आदित्य और आलिया की दोस्ती अब एक मजबूत बंधन में बदल गई है। दोनों के बीच एक अदृश्य धागा है, जो उन्हें एक-दूसरे के और करीब लाता जा रहा है।)
**गंगा घाट पर**
(शाम का समय है। आदित्य और आलिया गंगा घाट पर टहल रहे हैं।)
आलिया: "आदित्य, तुमने कभी सोचा है कि जीवन हमें कहाँ ले जाएगा?"
आदित्य: "नहीं, लेकिन मुझे यकीन है कि अगर अच्छे दोस्त और अपने पास हों, तो जीवन हमेशा खूबसूरत होगा।"
आलिया: "तुम्हारी बात सच है। तुम्हारे साथ समय बिताकर मुझे भी ऐसा ही लगता है।"
(दोनों एक-दूसरे की आंखों में देखते हैं और मुस्कुराते हैं। तभी, पास में एक युवा जोड़ा गाना गाते हुए गुजरता है।)
आदित्य: "आलिया, चलो आज एक गाना गाते हैं।"
आलिया: "कौन सा गाना?"
आदित्य: "तुम्हें 'तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई' याद है?"
आलिया: "हां, वह गाना तो मेरे दिल के बहुत करीब है। चलो गाते हैं।"
(दोनों गुनगुनाते हुए गाना गाते हैं और धीरे-धीरे गाना उनके दिलों में एक खास जगह बना लेता है।)
**कोचिंग सेंटर में**
(अगले दिन, कोचिंग सेंटर में दोनों पढ़ाई कर रहे होते हैं। लेकिन अब उनकी नजरें और मुस्कानें बता रही हैं कि उनके दिलों में कुछ और भी चल रहा है।)
आलिया: "आदित्य, आज तुम कुछ अलग लग रहे हो। क्या बात है?"
आदित्य: "कुछ नहीं, बस तुम्हारे साथ होने से दिल खुश हो जाता है।"
आलिया: "सच में? मुझे भी तुम्हारे साथ समय बिताकर बहुत खुशी होती है।"
(दोनों की बातचीत में एक नई मिठास आ जाती है।)
**एक शाम, गंगा घाट पर**
(आदित्य और आलिया गंगा घाट पर बैठकर सूर्यास्त देख रहे हैं।)
आदित्य: "आलिया, मुझे कुछ कहना है।"
आलिया: "क्या बात है, आदित्य?"
आदित्य: "मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे किसी से इतना लगाव हो जाएगा। लेकिन तुमसे मिलकर मुझे एहसास हुआ कि जीवन में एक साथी कितना महत्वपूर्ण होता है।"
आलिया: "आदित्य, मैं भी तुम्हें कुछ कहना चाहती हूं।"
(दोनों की धड़कनें तेज हो जाती हैं।)
आलिया: "मुझे भी तुम्हारे साथ रहकर बहुत अच्छा लगता है। तुम्हारी दोस्ती ने मेरे जीवन को एक नई दिशा दी है।"
आदित्य: "आलिया, क्या हम अपने रिश्ते को एक नया नाम दे सकते हैं?"
आलिया: "आदित्य, मैं भी यही चाहती हूं। मुझे तुमसे बहुत प्यार हो गया है।"
(दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़ते हैं और उनकी आंखों में एक नई चमक आ जाती है।)
**रात को**
(आदित्य और आलिया अपने-अपने कमरों में होते हैं, लेकिन अब उनके दिलों में प्रेम का एक नया एहसास है।)
आदित्य: (मन ही मन) "आलिया, तुम्हारे बिना मेरी जिंदगी अधूरी है। मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहना चाहता हूं।"
आलिया: (मन ही मन) "आदित्य, तुम्हारा प्रेम मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है।"
इस प्रकार, आदित्य और आलिया के बीच का रिश्ता दोस्ती से बढ़कर प्रेम में बदल जाता है। दोनों के दिलों में अब एक-दूसरे के लिए अनकही भावनाएँ उमड़ने लगी हैं। यह प्रेम कहानी अब और भी दिलचस्प मोड़ लेने वाली है।