नभ को छूती आपकी हर इक बात है!
ज़रा बताओ तो किनसे ताल्लुकात है!
मैं तो सिर्फ मिट्टी हूँ आपके पैरों की
आप बताइये,भला आपकी क्या बिसात है!
फ़कीर के यहाँ नंगे पाँव ही आना होगा
क्या हुआ जो आपके जूतों पर जवाहरात है!
मुझे बुरा कहकर जाते हो , तो जाओ
पर याद रहे ,ये आपकी पहली मुलाकात है!
~ अभिषेक नायक