मौतत्रासदी बनकर आती है किसी आशियाने के लिए!
मृत्यु सिर्फ़ मृत्यु होती है कोई बेगाने के लिए!
कौवा जाता है कौवे के यहाँ दुःख बाँटने को
आदमी जाता है किसी मौत पर दिखाने के लिए!
ख़ुदा का कहर जो उसको उससे छीन लिया
सात फेरे लिए थे जिसने साथ निभाने के लिए!
~ अभिषेक नायक