नई दिल्ली (एजेंसी)। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें आए दिन बेहतरीन से बेहतरीन खिलाड़ी देखने को मिलते हैं। कई अपने बल्ले के जोर पर दुनिया को अपना दीवाना बना जाते हैं तो कई अपनी गेंद के अंदाज से। आज हम एक ऐसे ही क्रिकेट खिलाड़ी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसकी गेंद पर आज तक कोई भी बल्लेबाज छक्का नहीं लगा सका।
पाकिस्तान के खिलाफ किया डेब्यू :
सर कर्टली ए ब्रोज का जन्म 21 सित बर, 1963 को स्वेट्सअंगुआ में हुआ था। कर्टली ने सन 1988 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू खेला था। 6 फुट 7 इंच का ये गेंदबाज वेस्टइंडीज के उन गेंदबाजों में आता है जिनसे सभी टीमें घबराती थी। इन्होंने अपने क्रिकेट करियर में करीब 98 मैच खेले, इस दौरान इनकी एक भी गेंद पर कोई भी बल्लेबाज छक्का नहीं लगा सका। ए ब्रोज ने अपने टेस्ट जीवन में 409 विकेट लिए थे जिसका औसत 20.99 था।
6 की 6 गेंदे बाउंसर :
आखिर ए ब्रोज की गेंदबाजी में ऐसा क्या खास था जो कोई भी बल्लेबाज उनसे टकराने से घबराता था और आजतक उन जैसा कोई गेंदबाज क्यों नहीं बन पाया। दरअसल, इसके पीछे एक खास वजह थी, जिसके कारण आज तक कोई भी गेंदबाज उन जैसा नहीं बन पाया। ए ब्रोज उस जमाने के गेंदबाज हैं जब बाउंसर गेंद फेकने की कोई सीमा नहीं होती थी। इसी बात का फायदा उठाते हुए 6 फुट 7 इंच ल बे ए ब्रोज 6 की 6 गेंदे बाउंसर फेंका करते थे।
आईसीसी रैंकिंग में रहे नंबर एक :कर्टली एक ऐसे खिलाड़ी थे जो अपने जीवनकाल में हमेशा आईसीसी रैंकिंग में नंबर 1 पर रहे है। उन्हें उनके समय का कोई भी खिलाड़ी पीछे नहीं छोड़ पाता था। कोशिश तो कइयों ने की, लेकिन सभी ना काम रहे। कर्टली ए ब्रोज ने अपने 98 टेस्ट मैचों में 22 पारियों में 5 विकेट ली थी और 3 पारियों में पूरे 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड कायम किया था।
कंधे की चोट से रहे परेशान :
अफसोस की बात ये है की लगातार कंधे पर चोट लगने और फिट न हो पाने के कारण कर्टली को अपने क्रिकेट करियर से अलविदा कहना पड़ा। कर्टली ने 28 दिसंबर, 2000 को क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। कर्टली को क्रिकेट छोड़े हुए आज भले ही 18 साल हो गए हों, लेकिन उन्हें आज तक कोई क्रिकेट प्रेमी भुला नहीं पाया है।
नई दिल्ली (एजेंसी)। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें आए दिन बेहतरीन से बेहतरीन खिलाड़ी देखने को मिलते हैं। कई अपने बल्ले के जोर पर दुनिया को अपना दीवाना बना जाते हैं तो कई अपनी गेंद के अंदाज से। आज हम एक ऐसे ही क्रिकेट खिलाड़ी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसकी गेंद पर आज तक कोई भी बल्लेबाज छक्का नहीं लगा सका।
पाकिस्तान के खिलाफ किया डेब्यू :
सर कर्टली ए ब्रोज का जन्म 21 सित बर, 1963 को स्वेट्सअंगुआ में हुआ था। कर्टली ने सन 1988 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू खेला था। 6 फुट 7 इंच का ये गेंदबाज वेस्टइंडीज के उन गेंदबाजों में आता है जिनसे सभी टीमें घबराती थी। इन्होंने अपने क्रिकेट करियर में करीब 98 मैच खेले, इस दौरान इनकी एक भी गेंद पर कोई भी बल्लेबाज छक्का नहीं लगा सका। ए ब्रोज ने अपने टेस्ट जीवन में 409 विकेट लिए थे जिसका औसत 20.99 था।
6 की 6 गेंदे बाउंसर :
आखिर ए ब्रोज की गेंदबाजी में ऐसा क्या खास था जो कोई भी बल्लेबाज उनसे टकराने से घबराता था और आजतक उन जैसा कोई गेंदबाज क्यों नहीं बन पाया। दरअसल, इसके पीछे एक खास वजह थी, जिसके कारण आज तक कोई भी गेंदबाज उन जैसा नहीं बन पाया। ए ब्रोज उस जमाने के गेंदबाज हैं जब बाउंसर गेंद फेकने की कोई सीमा नहीं होती थी। इसी बात का फायदा उठाते हुए 6 फुट 7 इंच ल बे ए ब्रोज 6 की 6 गेंदे बाउंसर फेंका करते थे।
आईसीसी रैंकिंग में रहे नंबर एक :कर्टली एक ऐसे खिलाड़ी थे जो अपने जीवनकाल में हमेशा आईसीसी रैंकिंग में नंबर 1 पर रहे है। उन्हें उनके समय का कोई भी खिलाड़ी पीछे नहीं छोड़ पाता था। कोशिश तो कइयों ने की, लेकिन सभी ना काम रहे। कर्टली ए ब्रोज ने अपने 98 टेस्ट मैचों में 22 पारियों में 5 विकेट ली थी और 3 पारियों में पूरे 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड कायम किया था।
कंधे की चोट से रहे परेशान :
अफसोस की बात ये है की लगातार कंधे पर चोट लगने और फिट न हो पाने के कारण कर्टली को अपने क्रिकेट करियर से अलविदा कहना पड़ा। कर्टली ने 28 दिसंबर, 2000 को क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। कर्टली को क्रिकेट छोड़े हुए आज भले ही 18 साल हो गए हों, लेकिन उन्हें आज तक कोई क्रिकेट प्रेमी भुला नहीं पाया है।