shabd-logo

common.aboutWriter

मैं भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय ) का छात्र हु. हिंदी से बड़ा लगाव है , एक मेहत्वाकन्शी अन्त्रेप्रेनर् भी हूँ . हिंदी भाषी मित्रगन से बड़ा खुश हूँ , कुछ योगदान करने का मन है इस दिशा में, तो एक एक्सप्लोरेर् भी हु (्खोजि ) :)्

no-certificate
common.noAwardFound

common.books_of

common.kelekh

मीडिया सुधरेगा ?

25 फरवरी 2016
1
0

‪#‎ऐवई_थॉट‬यदि महाभारत और रामायण काल में मीडिया और सोशल मीडिया होते तो क्या होता:TRP के लिए डेली नए नए इवेंट मिलते, कभी कोई मरता तो बिग न्यूज़, कोई पैदा होता तो बिग न्यूज़.ट्वीटी बाबू RIP मचाते रहते, आज ये RIP तो कल वो RIP. कुछ सेल्फी साइको ‪#‎With_कुम्भकरण‬ से ही फ्री ना होते ६-६ महीनो तक.तुलसीदास जी

बचपन

13 जनवरी 2016
1
0

बचपनवो बचपन कितना प्यारा था, कल्पनाओं का जीवन सारा था !कंचो के खेल में धंधा कर लिया करते थें,नहाने के बाद भी खुद को गंदा कर लिया करते थे!जब गेंद बगल में जाती थी,बगल वाली चाची मुँह फुलाती थी!फ़िर भी हम जाकर अनुरोध करते थे,चाहे वो जितना भी क्रोध करते थे!आज न तो गेंद जाती है ना ही हम !क्युंकि कौन करे अन

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए