तुम्हारे शहर में हम शायर बन कर आयेंगे। अपनी अपबीती सबको सुना जायेंगे।। जिक्र तुम्हारी मोहब्बत का होगा किरदार किसी और को बना जाएंगे। इस बहाने से तुम्हारी मोहब्बत के जख्मों को तुम्हारे शहर को सुना जाएंगे।।
तुम्हारे शहर में हम शायर बन कर आयेंगे।
अपनी अपबीती सबको सुना जायेंगे।। प्यार के खूबसूरत लम्हों को तोड़ने का जो गुरूर तुम्हारा सब को दिखलाएंगे। अपनी जख्मी शायरियों से आज तुम्हारे उसे गुरुर को भी तोड़ जाएंगे।। तुम्हारे शहर में हम शायर बनकर आएंगे।
अपनी अपबीती सबको सुना जाएंगे।।
जानें क्यूँ दिल कुछ सोचता हैं। कुछ तो ऐसी कमी रही होंगी। मुझकों छोड़ कर जानें की कुछ तो बजाय रही होंगी।। तुम्हारे शहर में हम शायर बन कर आयेंगे। अपनी अपबीती सबको सुना जायेंगे।।