
'बैठे-बैठ क्या करें, करना है कुछ काम, शुरू करो अंताक्षरी लेकर प्रभु का नाम...'
क्यों कुछ याद आया? पहले जब लाइट जाती थी तो बच्चों का पहला काम होता था छत पर इकट्टठा होकर अंताक्षरी खेल ना. लेकिन अब न ही बच्चे इकठ्ठा होकर खेलते हैं और न ही उनके पास टाइम ही है. क्या आपको याद है जब केबल टीवी शुरू हुआ था तब टीवी पर तरह-तरह के प्रोग्राम टीवी पर आते थे. ऐसा ही एक शो था 'अंताक्षरी', जिसने 90 के दशक में परिवार के सदस्यों को एक बार फिर से एकसाथ बैठकर अंताक्षरी खेलना सिखा दिया था. जैसे ही ये शो शुरू होता था सब टीवी के सामने बैठ जाते थे.

इस शो में प्रतियोगियों को दीवाने, परवाने,मस्ताने और अफ़साने नाम की 4 टीमों में बांटा जाता था. सबकी अपनी एक फेवटरेट टीम बन जाती थी. शो देखते-देखते सब उसमें इतना खो जाते थे कि अगर कोई टीम गाना नहीं गा पाती थी, तो आप खुद उसको गाना बताने की कोशिश करते थे, पर अफ़सोस कि आप उनकी मदद नहीं कर पते थे. जी हां, हम उसी अंताक्षरी की बात कर रहे हैं, जिसमें अनु कपूर के साथ पल्लवी जोशी, रेणुका शहाणे दुर्गा जसराज और राजेश्वरी सचदेव संचालन करती थी. 90 के दशक में इस शो ने बहुत धमाल मचाया था. बच्चों के साथ-साथ बड़े भी इस शो को बहुत पसंद करते थे.
वैसे अनु कपूर तो आजकल भी किसी न किसी फिल्म या शो में दिख भी जाते हैं, लेकिन अंताक्षरी में उनका साथ देने वाली ये सभी अभिनेत्रियां आजकल कहां है ये कहना थोड़ा मुश्किल है. पर इतना मुश्किल भी नहीं क्योंकि हाल ही में ये चारों एक-दूसरे से मिली और उन्होंने खूब मज़े भी किये.

कुछ दिनों पहले रेणुका शहाणे ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कुछ फोटोज़ शेयर कीं. इन फोटोज़ में ये चारों एक साथ नज़र आ रही हैं.

इसके साथ ही उन्होंने पोस्ट के साथ लिखा कि,"हम एक गीत गा चुके हैं, अब तेरी है बारी, जो तू न गा पाया तो तेरी टीम है हारी, ये है अंताक्षरी, क्लोज़अप अंताक्षरी". इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि 'मैंने अंताक्षरी की अपनी दोस्तों दुर्गा जसराज, पल्लवी जोशी, राजेश्वरी सचदेव के साथ एक बार फिर से अंताक्षरी खेली. और हमने पुराने दिनों को बहुत याद किया. भले ही वो दिन गुज़र गए हैं, लेकिन हमारी दोस्ती सालों साल ऐसे ही बरक़रार रहेगी.'
एक फ़ोटो में तो इन्होंने अंताक्षरी का फेमस पोज़ भी किया हुआ है. फ़ोटो में सबने काल्पनिक माइक भी लिए हुए हैं और अपनी खूबसूरत मुस्कान के साथ बेहतरीन पोज़ दिया हुआ है.

और ये है उनकी परफेक्ट पिक्चर!

क्यों आपको भी याद आ गए न वो पुराने दिन?