आज हम आपको भगवान भैरव के ऐसे 4 मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर भगवान को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाई जाती है। इतना ही नहीं, कुछ मंदिरों में तो भक्तों के द्वारा चढ़ाई गई शराब को भगवान सभी की आंखों के सामने ग्रहण भी करते हैं। जैसे ही भैरव मूर्ति की आगे पात्र में शराब भरी जाती है, कुछ ही देर में सभी की आंखों के सामने ही शराब से भरा वो पात्र खाली हो जाता है।
काल भैरव मंदिर (मध्यप्रदेश)
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में कई प्राचीन और अनोखे मंदिर हैं, जिनमें से एक है भगवान कालभैरव का मंदिर। इस मंदिर में भी भगवान को भोग के रूप में शराब चढ़ाई जाती है। वह शराब भगवान ग्रहण भी करते हैं। भगवान को चढ़ाने के साथ-साथ भक्तों को भी प्रसाद के तौर पर शराब दी जाती है। कई शोषकर्ताओं में मूर्ति के नीचे और मंदिर परिसर का जांच की, लेकिन शराब कहां जाती है इसका कोई जवाब नहीं मिला। इसलिए इसे भगवान का चमत्कार माना जाता हैं।
काल भैरव मंदिर (गुजरात)
अहमदबाद की भुज शहर नामक जगह के पास ही भगवान भैरव का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान भैरव के अन्य मंदिरों के अलग और खास है, क्योंकि यहां पर भगवान को खास शराब चढ़ाई जाती है। भगवान भैरव के अन्य मंदिरों में किसी भी ब्रांड की शराब चढ़ाई जा सकती है, लेकिन इस मंदिर में भगवान को केवल विदेशी ब्रांड्स की शराब ही भोग के रूप में दी जाती है।
भैरव नाथ मंदिर (उत्तराखंड)
भगवान भैरव का यह मंदिर केदारनाथ मंदिर के पास ही स्थित है। यह भैरव मंदिर धार्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। सर्दी के दिनों में जब भारी बर्फबारी की वजह से केदारनाथ मंदिर को भक्तों के लिए बंद कर दिया जाता है, उस समय इसी भैरव मंदिर को यहां का मुख्य मंदिर मानकर पूजा-अर्चना की जाती है। कुछ प्रसिद्ध मान्यताओं के अनुसार, यहां स्थापित भगवान भैरव को मां वैष्णो देवी से वरदान प्राप्त है। इसलिए, जो भक्त वैष्णोदेवी के दर्शन करता है, उसे यहां आकर भगवान भैरव के भी दर्शन करना अनिर्वाय है। केदारनाथ के भैरव के दर्शन किए बिना, वैष्णो देवी की यात्रा अधूरी मानी जाती है।
खबीस बाबा मंदिर (उत्तरप्रदेश)
उत्तरप्रदेश के सीतापुर का खबीस बाबा मंदिर देश के अनोखे प्रसाद वाले मंदिरों में सबसे खास माना जाता है। यहां बड़ी संख्या में लोग मन्नतों के लिए आते हैं। खबीर बाबा भी भैरव भगवान का ही एक रूप माने जाते है। यहां पर भी भोग में शराब चढ़ाई जाती है और वहीं प्रसाद के रुप में भी दी जाती है।
Source: live news
चमत्कारों से भरे हैं भगवान भैरव के ये 4 मंदिर, नजारा देख विदेशी भी कहते हैं 'जय काल भैरव'