सारी बेचैनी किसलिए?
“गावनी तुधनो चितु गुपतु लिखिजाणनि लिखि लिखि धरमु बीचारे”रहससि साहिब (नितनेम)वक्ता: नानक कह रहे हैं कि जो कौन्शिअस (सचेत) मन होता है, – विचारशील मन – वो दृश्यों में और ध्वनियों में चलता है। तो उसको उनहोंने इंगित किया है ‘चित्र’ से। और जो छुपा हुआ मन है – सब्कौन्शिअस (अवचेतन) मन, जहाँ वृत्तियाँ निवास