7 जून 2022
पूरा लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - तुलसीदास जी द्वारा गए इस दोहे का संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या पढ़ें नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके पढ़ें - रामहि प्रेम समेत लखि, सखिन्ह समीप बो