दोस्तो ये तब की बात है जब हम सब भाइ ओर बहन छटी ओर सातवीं क्लास मे पढते थे सरकारी स्कुल मे जाते थै हमारी क्लास मे हम हम आठ लङकी,थी हमारी गली की एक लङकी जिसका नाम किरतना था लेकिन सब लोग उसे किरतना बुलाते थे ओर उस साल गली की सब लडकियो कार्तिक नहाने का शोक चढ गया मैने भी अपनी माँ से कहा से कहा तो उन्होंने इजाजत दे दी ओर कहा सुबह चार बजे उठा दूंगी दुसरे दिन सुबह चार बजे सब लङकी भजन करती सुनाई दी हमारा घर गाँव से बाहर था ओर कुआं हमारे घर से थोङी दूर था माता ने एक बाल्टी देदी ओर थोङी सा अनाज दे दिया मै सब लडकियो के साथ भजन गाते हुऐ कूऐ पर पहुच ग इ कूछ पर एक पानी का हो बना था जिसके चारो ओर दीवार बना कर पानी से भर दिया जाता था सब उस हो को कोठा बुलाते थै सब ठन्डे पानी से नहलाती ओर भजन करती ऐसे ही दीवाली के बाद कलकल वाली आइ एस दिन शाम को अन्धेरा होने के बाद सब लङकी पहलेकोठे मे नहाने ग ई कूछ तो गोता मारकर बाहर आ ग इ तो किरतना कोठे मे रह गई मै ग इ तो देखा वो डूब रही थी मैने हाथ अनदर किया तो मेरा हाथ पकाकर भीतर खिंच लियामैने आवाज दी ओर जोर से चिललाई सब लङकिया भागकर आइ तो किरतना ने मेरा मुह बंद सबने हाथ दिया तो मै जबरदसती छुङाकर एक लङकी का हाथ पकङा ओ, ऊपर आ ग इ सबने किरतना को बाहर निका लिया कुछ समझ नही आ रहा था कि वो ऐसा कर रही थी हमारा तो लङाई झगङा भीनही था मै यहीसोच रही थी तब सब लङकी मनदिर मे पहुंच ग ई आज मनदिर के बाद पुरे गाँव की फेरी लगानी थी जिस घर मे शादी थीऊस घर से सबको कूछ लाना था सब बातो मे मशगूल थी गली मे चल रही थी ऐसे ही ऐक जगह अनधेरा था तब एक लङकी जिसका नाम राजवनती था जोर से चिलाई कया हुआ सबने क मुङकर देखाऊसकी कमर मे चाकु लगा था सबकी सब एक जगह ठहर घ ईओर ऊसे फोरन डाक्टर जो गाँव मे था ले ग इ ऊसकी कमर मे छोटा चाकु लगा था जिसकी वजह से वो बच ग ई लेकिन किरतना कहाथी कुछ पतानही था तब राजवनतीने बताया कि किरतना ने चाकु मारा है वो अनु कोमारना चाहती थीओर मैने भी ऐसे ही कपङे पहने थे भुल से चाकु मूझे लग गया लेकिन अनु को कयो मारना चाहती है कयोकि वो पढ़ाई मे होशियार है कलाश कीमोनिटर है इसलिए अब देखलिया नतीजा मेरी दोसत नेहा ने कहा अहसान का फल मिला है तूझे कोठे से नही निकालती तो अनदर ही मर जाती मै तो यही सोच रही थी कि किसी की मदद करने का यह फल होता है
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