कल :
महापुरूषों के जन्म से गर्वित अपना उत्तर प्रदेश,
क्रांति के प्रथम पग से शोभित अपना उत्तर प्रदेश ||
हिंदी के उत्थान से उन्नत अपना उत्तर प्रदेश,
उर्दू की मिठास से मिश्रित अपना उत्तर प्रदेश ||
गंगा के पाटों से सज्जित अपना उत्तर प्रदेश,
गायन और नृत्य से गुंजित अपना उत्तर प्रदेश ||
आज :
जातियों में बाँट दिया अपना उत्तर प्रदेश,
वोट के षड़यंत्र में डूबा अपना उत्तर प्रदेश |
राम-लला के स्वप्न में खोया अपना उत्तर प्रदेश,
हिन्दू-मुस्लिम दंश में सोया अपना उत्तर प्रदेश ||
दबंगो के हाथ में जकड़ा अपना उत्तर प्रदेश,
कानून के हाथ से फिसला अपना उत्तर प्रदेश ||
योजनाओ के लोभ में लिपटा अपना उत्तर प्रदेश,
उन्नति के पथ में सिमटा अपना उत्तर प्रदेश ||
--- कवि कौशिक