आज हम विज्ञान, दर्शन, भौतिक, रसायन, अर्थ, अध्यात्म, समाज, धर्म, न्याय, चिकित्सा, अनुवंशिकी, खगोल, गणित, ज्यामितीय, जीव और वनस्पति इत्यादि शास्त्रों को देख रहे हैँ, सुन रहे हैँ और पढ़ रहे हैँ, उन सभी की उत्पत्ति वेदों से हि हुई है। ऋग्वेद, सामवेद, अथर्ववेद और यजुर्वेद यही चारों मुख्य श्रोत हैँ, इस ब्रह्माण्ड में व्याप्त समस्त ज्ञान और विज्ञान का। इस पुस्तक में हम वेद और विज्ञान के संबंध का परिचर्चात्मक स्वरूप प्रस्तुत करने का प्रयास करेंगे।