वीर बाल दिवस
26 दिसंबर 1705 को चारों बेटों की मुगल सेना ने हत्या कर दी थी। उनकी शहादत का सम्मान करने के लिए PM मोदी ने 2022 में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज देश वीर साहिबजादों के अमर बलिदान को याद कर रहा है और उनसे प्रेरणा ले रहा है। आजादी के अमृतकाल में वीर बाल दिवस के रूप में एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ है। पिछले वर्ष 26 दिसंबर को देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया था तब पूरे देश में सभी ने भाव विभोर होकर साहिबजादों के वीर कथाओं को सुना था। वीर बाल दिवस भारतीयता रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। ये दिन हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती ।"
साल 2022 में आज के दिन पहली बार मना था 'वीर बाल दिवस'
पीएम ने कहा, "पिछले साल देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया था। तब पूरे देश में सभी ने भाव विभोर होकर साहिबजादों की वीर गाथाओं को सुना था। वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। ये दिन हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती।"
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र