कुछ अंजाने कुछ जाने पहचाने से हैं वो
दूर हो कर भी लगते हर पल करीब हैं वो
कभी सांसो मे मिले लगते है वो
तो कभी बातों मे घुले लगते है वो
कैसे कह दू उन ऐहसासो को अपने
जिन्हें सोच कर ही दिल बेज़ार है
18 नवम्बर 2021
कुछ अंजाने कुछ जाने पहचाने से हैं वो
दूर हो कर भी लगते हर पल करीब हैं वो
कभी सांसो मे मिले लगते है वो
तो कभी बातों मे घुले लगते है वो
कैसे कह दू उन ऐहसासो को अपने
जिन्हें सोच कर ही दिल बेज़ार है