याद तुम्हारी आ रहीं हैं
दिल को मेरे तड़पा रहीं हैं
रिमझिम सी फुहार
बरस रहीं आ कर द्वार
जी को मेरे जला रहीं हैं
याद तुम्हारी आ रहीं हैं
खाना पीना हो गया दुश्वार
तुम बिन रहती
तबियत न नासाज
दिल को मेरे तड़पा रहीं हैं
याद तुम्हारी आ रहीं हैं
YY