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<p><br></p> <p>जिसे प्यार हम बेइंतहा करते हैं <br> <br> जिसपे जं निशार हम करते हैं <br> <br> वो आएगा
<p>आज दिल फिर उदास हैं, <br> <br> ना जाने क्या बात है, <br> <br> आज दिल फि
<p>राम तुम्हारे युग का रावण </p> <p>इस कलियुग से तो अच्छा था </p> <p>अपहरण करी जानकी
<p>याद तुम्हारी आ रहीं हैं</p> <p> दिल को मेरे तड़पा रहीं हैं </p> <p>रिमझिम सी फुहार 
<p>कुछ अंजाने कुछ जाने पहचाने से हैं वो </p> <p>दूर हो कर भी लगते हर पल करीब हैं वो</p> <p>कभी
<p>रोती हुई आँखों को हंसा जाती हू </p> <p>प्रेम से सब को अपना बना जाती हू </p> <p>बस इतनी