आज दिल फिर उदास हैं,
ना जाने क्या बात है,
आज दिल फिर उदास है,
मैंने रोका उसे
मैंने टोका उसे,
दे कर अपनी सांसो
का बस्ता बहुत
समझाय उसे,
फिर भी ना जाने क्या बात है,
आज दिल मे दर्द फिर गुलजार है
ना जाने क्या बात है,
आज दिल फिर उदास है,
बहुत चाहा था, अब
ना चाहेंगे उन्हें,
अपनी यादो मे फिर से
ना, शामिल करेंगे उन्हें,
फिर भी
ना जाने क्या बात है
उनकी याद जेहन मे फिर विधमान है
ना जाने क्या बात हैं
आज दिल फिर उदास है
Kavya Nirala.. ✍️
(k.v..✍️)