आज का युवा
वैसे मिञों मैं शब्द नगरी का नया रहिवासी आया हूँ अत: शब्द नगरी के समस्त बंधुओं को बहुत प्रणाम करता हूँ। और मुझे पूरी उम्मीद है कि मुझे यहाँ कईं अच्छे मित्र मिलेंगे। दोस्तो आज की पीढी अग्रेजी की कविताओं में मग्न हैं, हमारा लक्ष्य है इन्हें हिंदी की ओर आकर्षित करना और उन्हें इस का विश्वास दिलाना की हिंदी में कईं अधिक ताताकत है अग्रेजी से।