🇮🇳🙏शहीदों की याद🙏🏻🇮🇳
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सुन कहानी शहीदों की
हर आँख भर आती हैं।
आजादी की हर खुशी
लाशों पर चलकर आती है।
रोती,तकती,थकती,जगती,
सिसकी और आहें भरती,
ममता की ख्वाहिशें मरती,
सोच सोच कर छाती भरती,
किस हाल में लड़ा होगा मेरा लाल।
पुजा पाठ,मन्नतों दुआओं का हुआ नही कमाल।
ना"पाक"देश की घातों ने
यहाँ घर घर में आघात दिये,
नेताओं को अहसास नहीं
खोया नही जो लाल उनका
सिर्फ शब्दों के तूफान दिये।
खबरों की आहट,चन्द रूपयों और तमगों की चर्चा में।
हर शह को रोता छोड़ जाता शहीद सुपुर्दे खाक में।
जख्म सहने की नसीहत के साथ
हर शहीदों की याद बिसराई जाती है।
चिताओं के मेलों पर बलिदानी मनाई जाती है।
हर आँसु की फुँहारों को खुशीयों में बदल लौटा जाते है।
वरण कर जो मृत्यु को भारत की गौरव गाथा लिख जाते है।
टूटे माटी के घर में शहीद कहानी बन जाती है।
शेष बचे जो घरवाले जिन्दा लाशें बन जाती है।
चन्द फुलों की मालाऐं मिलकर सेज उनकी बन जाती है।
माटी के लिऐ लड़े उन पुतलों की नई तस्वीर शेष बन जाती है।
🇮🇳🇮🇳🇮🇳वन्देमातरम्🇮🇳
गोविन्द सिंह चौहान