"भारत का संविधान" इस समय भारतवासियों के लिए सबसे पवित्र माना जाना चाहिए। धार्मिक ग्रन्थों और संस्थाओं के विपरित ये मानव को मानव से जोड़ने और उसकी गरिमा को बनाये रखने का स्त्रोत है। संवैधानिक मूल्य ही हैं जो आज हम वास्तव में अपने जीवन में प्रयोग कर सकते हैं। ज्यादा नहीं तो हमें संविधान के Part-III: Fundamental Rights , Part-IV : Directive Principles of State Policy, Part-IV A: Fundamental Duties को पढ़ कर उन पर मनन करना चाहिए तभी हमें संविधान की खूबसूरती का एहसास हो जाएगा। डॉ. भीम राव अंबेडकर जी को परिनिर्वाण दिवस पर कोटि कोटि नमन, देश आपका हमेशा ऋणी रहेगा। जय भीम, जय भारत।