कौन कहता है, सो रहा है शहर, कितने किस्से तो कह रहा है शहर। किसी मजलूम का मासूम दिल टूटा होगा, कितना संजीदा है, कितना रो रहा है शहर। ये सैलाब किसी दरिया की पेशकश नहीं, अपने ही आँसुओं में बह
गतांक से आगे:-कहते हैं इंसान जो बात सोचता सोचता सोता है अक्सर वही स्वप्न में आ जाता है। जोगिंदर चंचला के विषय में सोच रहा था और सो गया तो उसे एक स्वप्न दिखाई दिया जैसे चंचला पूरा श्रृंगार करके ड्
गतांक से आगे:-जोगिंदर ने रमनी को झिंझोड़ कर पूछा," कौन आ गयी और किसी ले जाएगी?"पर रमनी तो जैसे शून्य में निहार रही थी जैसे उसका सामना साक्षात मौत से हो गया हो और अचानक से फिर चीखते हुए बेहोश हो गयी।जो
है वक़्त बड़ा शातिर, कमबख्त ज़माना है, सब बोझ अंधेरों का, जुगनू को उठाना है। आँधी को उड़ा करके, तूफाँ को जवाँ करके, वो बैठे हुए है क्यों, सूनामी उठा करके। एक आग लगाकर वो, कहते ये फ़साना है, दीपक
खुदाई को जारी रखने की अनुमति देने के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने शाम 5 बजे तक मस्जिद परिसर के एएसआई सर्वेक्षण के लिए एक पड़ाव का आदेश दिया। 26 जुलाई को। मुस्लिम पक्ष ने सर्वेक्षण को स्थगित करने के लिए अदालत
ज्ञानवापी मस्जिद भारत के उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित एक मस्जिद है। यह देश के सबसे पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित है। ज्ञानवापी मस्जिद का इतिहास काशी विश्वनाथ
आखिर यह ज्ञानवापी मस्जिद है क्या? यह जानने के लिए हमें इसके इतिहास को जानना बहुत जरूरी है। "संवत "1699 में जब औरंगजेब ने कई मंदिरों को तोड़ा तो काशी विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर औरंगजेब ने इसका निर्
वाराणसी की कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद का एएसआई सर्वे कराने की इजाजत दे दी है. कोर्ट ने विवादित हिस्से (वजूखाना) को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे कराने की अनुमति दी है. मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का विरोध किया