आवारा जानवरों के उत्पातों से गाँव के किसानों के अलावा शहर की आबादी भी पीड़ित है।शहर की सड़को पर शाम को इनके झुन्ड जाम की स्थिति उत्पन्न कर देते हैं।भीड़भाड़ वाले स्थानों पर तो दुर्घटना का भय बना रहता है।ऐसे में इनके पुनर्वास के लिए सुझाई गई कान्हा पशु आश्रय स्थल योजना अमल