आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट प्रस्तुत कोय तो क्या है उस पर आप की राय?
हाय रे हाय रे हाय बजट दुनिया में बढ़ गया कपट कितनी महंगाई बढ़ गई कैसे खरीदे समान उसमें ये एम आर पी मार गई पेट्रोल डीजल ने उडाई नींद सारा पैसा लील गई गट गट हाय रे हाय रे हाय बजट-------
आशाएं लेकर आम आदमी,बजट से उम्मीद रख रहा बहुत । पेंशनर, नौकरी -पेशा , व्यवसायी, किसानों के लिए बनेगी सरकार देवदूत। महंगाई से अगर मिल जाये मुक्ति, बचत कर आशियाना नया बनाएंगे। अप
रंग बिखेरते फूलएक कस्बे में एक सामान्य परिवार निवास करता था। परिवार में पति हरि प्रसाद और पत्नी नारायणी और दो बेटे थे - बड़ा बेटा सुरेश और छोटा बेटा मनोज। दोनों की विद्यालय जाने की उम्र हो गयी थी। दोनो
चल पड़े जान को, हम हथेली पर रख, एक सौगंध से, एक अंजाम तक । उसके माथे का टीका, सलामत रहे, सरहदें भी वतन की, सलामत रहें, जान से जान के, जान जाने तलक, जान अर्पण करूँ, जान जायेंगे सब, जान
आशा, अभिलाषा और परिभाषा का आधारदेश के बजट से उम्मीद रहती सबको हर बार।
एक वर्ष के आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत करना बजट कहलाता है। पिछ्ले साल कितना घाटा हुआ कितना मुनाफा हुआ उसका विवरण देना और आगामी साल में कितना खर्च करेंगे कितना हमारा मूलधन है उस आधार पर योजनाएं ब