सबको आश्चर्य हैशिकायत भीदबी जुबां में उपहास भी कि बड़े से बड़े हादसों के मध्य भीमैं सहज क्यूँ और कैसे रह लेती हूँ !!!चिंतन तो यह मेरा भी है क्योंकि मैं भी इस रहस्य को जान लेना चाहती हूँ ...क्या यह सत्य है कि मुझ पर हादसों का असर नहीं होता ???यह तो सत्य है कि जब चारों तरफ से प्रश्नों और आरोपों की अग्