एक कहावत है, नाच न जाने, आंगन टेढ़ा. इस कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं कुछ तथाकथित हिन्दू संगठन और उनके नेतागण. एक निहत्थे, कमजोर और बेबस इन्सान को एक हथियारबंद इन्सान पीछे से वार करके बहुत ही निर्दयता से मार देता है और उसपर बेशर्मी देखिये कि उसका विडियो भी बना लेता है और दुहाई देता है तथाकथित लव-जिहाद