20 फरवरी 2017
श्रीमदभगवद्गीता, पुराणसंहिता, कौटिल्यम अर्थशास्त्र आदि ग्रन्थों तथा अनेक ऋषियों ने अन्तरजातीय विवाह को हानिकारक बताया है और ऐसा करने वाले को नरकगामी होना बताया है-संकरो नरकायैव कुलघ्ननां कुलस्य च । पतन्ति पितरो हयेषां लुप्तपिण्डोदकक्रिया ॥